कच्ची लहसुन एवं अदरक का अल्प मात्रा में नियमित रूप से सेवन करने पर कफ विकार नष्ट हो जाता है।
ठंडे पानी की अपेक्षा, गर्म पानी का ही सेवन करें।
मुलहठी और आंवले का एक चम्मच चूर्ण दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेने से फेफड़ों में जमा कफ भी साफ हो जाता है।
बहेड़ा की छाल का टुकड़ा मुंह में रखकर चूसते रहने से खांसी मिटती है और कफ सरलतापूर्वक बाहर निकल जाता है।
अदरक को छीलकर मटर के दाने बराबर उसका टुकड़ा मुंह में रखकर निरंतर चूसते रहने से कफ सुगमतापूर्वक निकल जाता है।
पच्चीस ग्राम अलसी को चार सौ ग्राम पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो उसमें थोड़ी सी मिश्री मिलाएं। एक-एक चम्मच काढ़ा रोगी को एक-एक घंटे के अंतराल से दिन में कई बार पिलाएं। इससे कफ निकलनकर छाती बिल्कुल साफ हो जाती है।