जोगिंदर नगर: एसआईएस इंडिया लिमिटेड बिलासपुर ने सिक्योरिटी गार्डस (पुरुष) के 150 पद अधिसूचित किए हैं। इन पदों को भरने के लिए साक्षात्कार आगामी 07 अक्तूबर को उप- रोजग़ार कार्यालय जोगिंदर नगर में प्रात: 11 बजे से लिया जाएगा।
इस बारे जानकारी देते हुए प्रभारी उप-रोजग़ार कार्यालय जोगिंदर नगर सुमित ने बताया कि सिक्योरिटी गार्डस के इन पदों के लिए इच्छुक आवेदक निर्धारित तिथि व स्थान पर उपस्थित होकर साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी गार्डस के इन पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं या इससे ऊपर रखी गई है। आवेदक की न्यूनतम लम्बाई 168 से.मी., वजन 55 से 95 किलोग्राम एवं आयु 19 से 40 वर्ष निर्धारित है। चयनित होने के उपरांत आवेदक को 8 घंटे के लिये प्रतिमाह 15 हजार से 16 हजार रुपये जबकि 12 घंटे का प्रतिमाह 19 हजार से 22 हजार रुपये वेतन दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त चयनित आवेदकों को पी.एफ., ई.एस.आई. तथा ग्रैच्युटी की सुविधा भी प्रदान की जायेगी।
उन्होंने बताया कि इच्छुक आवेदक अपने मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों व अन्य प्रमाणपत्रों के साथ पासपोर्ट आकार के दो फोटोग्राफ सहित उप रोजग़ार कार्यालय जोगिंदर नगर में 7 अक्तूबर को प्रात: 11 बजे से नियोक्ता के समक्ष साक्षात्कार में शामिल हो सकते हैं। साक्षात्कार में भाग लेने पर किसी भी प्रकार का दैनिक व यात्रा भत्ता नहीं दिया जाएगा।
जोगिन्दर नगर : जोगिन्दर नगर में आगामी 9 व 22 अक्तूबर को वाहनों की पासिंग होगी जबकि 10 व 23 अक्तूबर को ड्राइविंग टेस्ट लिया जाएगा। ड्राईविंग टेस्ट में भाग लेने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करवाना अनिवार्य होगा।
इस बारे जानकारी देते हुए एसडीएम जोगिन्दर नगर मनीश चौधरी ने बताया कि आगामी 9 व 22 अक्तूबर को वाहनों की पासिंग जबकि 10 व 23 अक्तूबर को ड्राइविंग टेस्ट लिया जाएगा। ड्राईविंग टेस्ट में भाग लेने वालों को ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करवानी होगी।
उन्होंने बताया कि 10 अक्तूबर को होने वाले ड्राइविंग टेस्ट में भाग लेने वाले इच्छुक अभ्यर्थी 8 अक्तूबर को जबकि 23 अक्तूबर को भाग लेने वाले इच्छुक अभ्यर्थी 21 अक्तूबर को प्रातः 10 बजे से ऑनलाइन स्लॉट बुक कर सकते हैं।
बिलासपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज एम्स बिलासपुर में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि एम्स में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार 29 सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति करेगी।
इसके अतिरिक्त एम्स अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए 98 अन्य स्टाफ की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि 178 करोड रुपए से अधिक की लागत से एमबीबीएस ट्रेनी डॉक्टर के लिए 204 बिस्तर वाला बॉयज हॉस्टल और 334 बिस्तर क्षमता का गर्ल्स हॉस्टल और 72 स्टाफ क्वार्टर बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 10 करोड़ की लागत से 4 लेक्चर हॉल और 4 करोड़ की लागत से 538 किलोवाट का रूफ टॉप पैनल लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हिमाचल को टीबी मुक्त करने के लिए एम्स से 100 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन के माध्यम से सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे उन्होंने बताया कि धर्मपुर टीबी संस्थान से टीबी के लिए सैंपल इकट्ठे कर एम्स पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और एम्स प्रशासन द्वारा सभी औपचारिकताओं को पूरा किया गया है।
इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन और एम्स प्रशासन को प्रदेश सरकार और एम्स द्वारा चलाई जा रही एंबुलेंस सेवाओं को इंटीग्रेटेड कर ऐसी प्रणाली विकसित करने के निर्देश दिए जिससे मरीजों को जरूरत पड़ने पर आसानी से एंबुलेंस सुविधा मिल सके।
उन्होंने एम्स प्रशासन को निर्देश दिए की दिसंबर माह तक एम्स में इलाज करने के लिए पंजीकरण प्रणाली को पूरी तरह से डिजिटल किया जाए ताकि लोगों को घंटो लाइन में खड़े होकर पंजीकरण के लिए इंतजार ना करना पड़े।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी चारों मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर को एक्स्पोज़र देने के लिए एम्स में एक्सपोजर विजिट करवाया जाएगा। ताकि चारों मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर एम्स के कार्य प्रणाली को देखकर अपने-अपने संस्थानों में एम्स के तर्ज पर कार्य प्रणाली लागू कर सके।
इसके लिए उन्होंने एम्स प्रशासन और प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय से प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि एम्स में कार्यरत स्टाफ के बच्चों को बेहतर शिक्षा सुविधा देने के लिए संस्थान के नजदीक कोठीपुरा में पहले चरण में निजी भवन में आगामी शैक्षणिक सत्र से केंद्रीय विद्यालय खोला जाएगा और आगामी सत्र से कक्षाएं आरंभ की जाएगी। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सभी औपचारिकताओं को पूरा कर केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि प्रधान करें।
उन्होंने एम्स उन्होंने एम्स को अपना ठोस तरल कचरा संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रपोजल तैयार कर सरकार को भेजने के निर्देश दिए ।
उन्होंने बताया कि एम्स के शुरू होने से अब तक एम्स द्वारा 5 लाख से ज्यादा ओपीडी की गई है इसके अतिरिक्त 35000 लोगों को दाखिल कर इलाज किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिलासपुर में 38 विभाग लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है जिसमें 17 स्पेशलिस्ट और 13 सुपर स्पेशलिस्ट सहित 690 बिस्तर की सुविधा मरीजों अभी को दी जा रही।
इस अवसर पर उन्होंने एम्स प्रशासन को निर्देश दिए के हिमाचल के सभी जिलों को जोड़कर टेलीमेडिसिन सर्विसेज को और बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि लोगों को दूर दराज के क्षेत्र से एम्स तक ना आना पड़े। उन्हें घर द्वार पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।
उन्होंने बताया कि एम्स बिलासपुर में पहली बार गुर्दे का सफल ऑपरेशन किया गया है जिसके लिए उन्होंने पूरे टीम को बधाई दी।
इस अवसर हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल, सांसद अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, विधायक रणधीर शर्मा, विधायक जीत राम कटवाल , विधायक त्रिलोक जम्वाल , सचिव स्वास्थ्य विभाग हिमाचल एम सुधा देवी, संयुक्त निदेशक अंकित मिश्रा,
एम्स अध्यक्ष रणदीप गुलेरिया, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल, निदेशक वीर सिंह नेगी उपस्थित रहे।
हमीरपुर : एसआईएस इंडिया लिमिटेड शाहतलाई, बिलासपुर द्वारा सिक्योरिटी गार्ड और सुपरवाइजर के 100 पदों पर भर्ती के लिए 8 अक्तूबर को सुबह 10 बजे उपरोजगार कार्यालय नादौन में साक्षात्कार लिए जाएंगे।
जिला रोजगार अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि इन पदों के लिए 19 वर्ष से 40 वर्ष तक के पुरुष उम्मीदवार भर्ती किए जाएंगे। दसवीं फेल या पास तथा इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले उम्मीदवार, जिनकी लंबाई कम से कम 168 सेंटीमीटर हो, इन पदों के लिए पात्र हैं। चयनित उम्मीदवारों को मौके पर ही ऑफर लैटर प्रदान किए जाएंगे तथा उन्हें 16,500 रुपये से लेकर 19,500 रुपये तक मासिक वेतन मिलेगा। जिला रोजगार अधिकारी ने इच्छुक उम्मीदवारों से साक्षात्कार के लिए 8 अक्तूबर को सुबह 10 बजे उपरोजगार कार्यालय नादौन में उपस्थित होने की अपील की है।
जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि अगर कोई युवा उपरोक्त योग्यता रखता है और उसका नाम किसी भी रोजगार कार्यालय में पंजीकृत है तो वह अपने मूल प्रमाण पत्रों तथा हिमाचली प्रमाण पत्र के साथ साक्षात्कार में भाग ले सकता है।
भर्ती के संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय के दूरभाष नंबर 01972-222318 या मोबाइल नंबर 85580-62252 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
शिमला: डाॅ. राजीव बिन्दल प्रदेश अध्यक्ष भाजपा हिमाचल प्रदेश ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस की सुखविन्द्र सिंह सुक्खू सरकार टैक्स लगाने वाली सरकार और संस्थानों की तालाबंदी करने वाली सरकार के रूप में जानी जाएगी। सत्ता में आते ही सुखविन्द्र सरकार ने डीजल पर 7 रू0 प्रति लीटर वैट लगाया, स्टैम्प डयूटी को 500 प्रतिशत तक बढ़ाया, एचआरटीसी के किराये में भारी बढ़ोतरी की, ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी पर टैक्स लगाया, शहरी क्षेत्रों में पानी की दरों में भारी वृद्धि की, बिजली की दरों में 40 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि की, घरेलू, औद्योगिक और व्यवसायिक बिजली पर टैक्स लगाकर महंगा किया और अब घरों में टाॅयलेट शीट पर टैक्स लगाने का काम करके यह साबित कर दिया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जनता ही हर चीज पर टैक्स लगाने में तुली हुई है। उन्होनें कहा कि जब यह सरकार टाॅयलेट शीट पर टैक्स लगा सकती है तो आने वाले समय में हवा पर भी टैक्स लगा देगी।
डाॅ. बिन्दल ने कहा कि नरेन्द्र भाई मोदी ने 11 करोड़ शौचालए बनवाए और प्रदेश की सुखविन्द्र सिंह सरकार शौचालय बंद करवाना चाह रही है। अर्थात 21 महीने का कार्यकाल जनता पर भारी भरकम बोझ है।
शिमला: लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारियों और परियोजना निदेशकों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने प्रदेश में लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई की लंबित और जारी परियाजनाओं की जानकारी ली और तय समय सीमा के भीतर परियोजनाओं का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए ताकि राज्य में सड़कों की कनेक्टिीविटी सुदृढ़ हो सके।
लोक निर्माण मंत्री ने मानसून सीजन में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों और पुलों की भी तुरंत मरम्मत और रख-रखाव करने के निर्देश दिए ताकि निर्बाध कनेक्टिीविटी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि बहाली कार्य के लिए जरूरत के मुताबिक श्रमशक्ति और मशीनरी को तैनात किया जाए ताकि क्षतिग्रस्त हुई आोसंरचना के कारण सथानीय लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
लोक निर्माण मंत्री ने शिमला में अटल सुपर स्पेशिएलिटी चिकित्सा संस्थान चमियाणा के लिए भट्ठाकुफर से सड़क कनेक्टिीविटी के कार्य की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस परियोजना के कार्य को प्राथमिकता के अधार जल्द पूरा करें।
उन्होंने कहा कि अस्पताल के संचालन और लोगों को प्रभावी ढंग से सेवाएं देने के लिए सड़क सुविधा बेहद जरूरी है। यह सुपर स्पेशिएलिटी चिकित्सा संस्थान लोगों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और बेहतर सड़क संपर्क होने से मरीजों को लाभ होगा।
विक्रमादित्य सिंह ने सड़कों और पुलों के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के टिकाऊपन और सुरक्षा के साथ-साथ लोगों को दीर्घकालिक लाभ मिले इसके लिए उच्च निर्माण मानकों का अनुपालन किया जाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने निर्माण परियोजनाओं के दौरान नियमित निरीक्षण और गुणवत्ता आकलन का आह्वान किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी कार्य आवश्यक विनिर्देशों को पूरा करते हैं और क्षेत्र की जलवायु चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
बैठक में सचिव लोक निर्माण अभिषेक जैन, विशेष सचिव लोक निर्माण हरबंस सिंह ब्रसकोन, क्षेत्रीय अधिकारी एनएचएआई शिमला कर्नल अजय सिंह बरगोटी, परियोजना निदेशक एनएचएआई आनंद कुमार और एनएचएआई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने एम्स बिलासपुर में अत्याधुनिक रीनल ट्रांसप्लांट आईसीयू और सुविधा का दौरा किया और संस्थान के पहले रीनल ट्रांसप्लांट प्राप्तकर्ता के साथ बातचीत की
स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स बिलासपुर की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
एम्स बिलासपुर में रीनल ट्रांसप्लांट सेवाओं की शुरूआत से हिमाचल प्रदेश में ट्रांसप्लांट सेवाओं की उपलब्धता में लंबे समय से चली आ रही कमी दूर हो जाएगी: जे पी नड्डा
कार्डियक कैथ लैब और रेडियोथेरेपी सेवाएं, व्यापक कैंसर देखभाल सेवाएं, 38 विभागों की स्थापना जैसी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं ने इसकी चिकित्सा पेशकश के दायरे में काफी वृद्धि की है और आम जनता के लाभ के लिए विशेष सेवाएं प्रदान करने की संस्थान की क्षमता को मजबूत किया है: श्री जे पी नड्डा
250 बिस्तरों वाले विश्राम सदन का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा: जे पी नड्डा
72 आवासीय इकाइयों, 204 बिस्तरों वाले यूजी बालक छात्रावास, 334 बिस्तरों वाले यूजी बालिका छात्रावास, नर्सिंग एवं संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान महाविद्यालय के लिए 4 व्याख्यान कक्ष तथा 538 किलोवाट घंटा क्षमता वाले सौर रूफटॉप विद्युत संयंत्र सहित 178 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी दी गई
स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स बिलासपुर में क्षेत्रीय वायरल अनुसंधान एवं डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला की स्थापना के लिए भारत सरकार की मंजूरी की घोषणा की; तथा विभिन्न श्रेणियों के 29 सहायक प्रोफेसरों और 98 गैर-संकाय पदों का सृजन किया जाएगा
बिलासपुर: एम्स बिलासपुर ने अत्याधुनिक रीनल ट्रांसप्लांट आईसीयू और सुविधा के संचालन के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के अपने दौरे के दौरान इस उच्च स्तरीय सुविधा का दौरा किया। अपने दौरे के दौरान उन्होंने हाल ही में ट्रांसप्लांट सर्जरी करवाने वाले पहले रीनल ट्रांसप्लांट प्राप्तकर्ता और डोनर से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली; दोनों की हालत में सुधार हो रहा है।
नड्डा ने एम्स बिलासपुर में इसके संचालन के कुछ ही समय में प्रत्यारोपण सेवाएं शुरू होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “एम्स बिलासपुर में गुर्दा प्रत्यारोपण सेवाओं की शुरुआत संस्थान के इतिहास में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर है और यह हिमाचल प्रदेश में प्रत्यारोपण सेवाओं की उपलब्धता में लंबे समय से चली आ रही कमी को पूरा करेगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि “गुर्दे के प्रत्यारोपण की जरूरत वाले लोगों के लिए राज्य के अंदर उपलब्ध इस जीवन रक्षक चिकित्सा के साथ, ₹2 करोड़ का प्रारंभिक अनुदान स्वीकृत किया गया है, जो ऐसे गरीब और जरूरतमंद लोगों की बहुत मदद करेगा, जिनके पास ऐसे महंगे उपचार के लिए संसाधनों की कमी है।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह सुविधा पीएमजेएवाई और हिमकेयर स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत भी उपलब्ध है। यह सुविधा निकट भविष्य में मल्टीऑर्गन और बोन मैरो प्रत्यारोपण सेवाओं की स्थापना के लिए उत्प्रेरक का काम करेगी। इससे हर साल 50-100 रोगियों को मदद मिलने की उम्मीद है, साथ ही अंगदान के बारे में जागरूकता भी बढ़ेगी।
अपने दौरे के दौरान नड्डा ने संस्थान की विभिन्न सुविधाओं का दौरा किया तथा विभिन्न रोगी देखभाल सेवाओं की उपलब्धता और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संस्थान के कामकाज की समीक्षा और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल पहलों के कार्यान्वयन का मूल्यांकन करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता भी की। समीक्षा बैठक के दौरान श्री अनुराग ठाकुर, सांसद (लोकसभा), श्री जय राम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता, हिमाचल प्रदेश और एम्स बिलासपुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए संस्थान की उपलब्धियों, वर्तमान परियोजनाओं और भविष्य के लक्ष्यों पर चर्चा की गई। समीक्षा के दौरान, श्री नड्डा ने 3 अक्टूबर, 2017 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसकी नींव रखे जाने के बाद से एम्स बिलासपुर के उल्लेखनीय विकास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संस्थान ने अपने शुभारंभ के बाद से महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं, जिसमें मई 2021 में टेलीमेडिसिन सेवाओं की सफल शुरुआत शामिल है, जिसने तब से हिमाचल प्रदेश में 20,000 से अधिक रोगियों की मदद की है। श्री नड्डा ने कहा कि “इस वर्ष के प्रारंभ में खोली गई कार्डियक कैथ लैब और रेडियोथेरेपी सेवाओं जैसी स्वास्थ्य सुविधाओं ने आम जनता के लाभ के लिए विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने की संस्थान की क्षमता को मजबूत किया है।”
विभिन्न स्नातक, स्नातकोत्तर और सुपर-स्पेशियलिटी मेडिकल पाठ्यक्रमों, बीएससी (ऑनर्स) (नर्सिंग) और बीएससी (संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान) पाठ्यक्रमों में अब 614 छात्र अध्ययन कर रहे हैं, केंद्रीय मंत्री ने चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के प्रति एम्स बिलासपुर के समर्पण पर संतोष व्यक्त किया। यह अनुमान है कि 2025 में पीएचडी कार्यक्रमों की शुरूआत से चिकित्सा अनुसंधान में एम्स बिलासपुर के विद्वत्तापूर्ण योगदान में वृद्धि होगी।
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि पावरग्रिड द्वारा प्रायोजित 25.6 करोड़ रुपये की लागत से 250 बिस्तरों वाले रात्रि आश्रय (विश्राम सदन) के निर्माण का कार्य बहुत जल्द शुरू होने जा रहा है। श्री नड्डा ने संस्थान के लिए 178 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी की भी घोषणा की। इनमें 72 आवासीय इकाइयां, 204 बिस्तरों वाला यूजी बॉयज हॉस्टल, 334 बिस्तरों वाला यूजी गर्ल्स हॉस्टल, नर्सिंग और संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान महाविद्यालय के लिए 4 व्याख्यान कक्ष और 538 किलोवाट घंटा क्षमता का सोलर रूफटॉप पावर प्लांट शामिल हैं। उन्होंने 22 करोड़ रुपये की लागत से एक पीईटी-सीटी मशीन की खरीद की भी घोषणा की, जिसकी स्थापना का काम चल रहा है। हिमाचल प्रदेश में इस सुविधा की उपलब्धता से कैंसर और सूजन संबंधी बीमारियों के रोगियों के उपचार में सुधार होगा।
नड्डा ने एम्स बिलासपुर में 18 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से क्षेत्रीय वीआरडीएल (वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी) स्थापित करने के लिए भारत सरकार की मंजूरी की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने घोषणा की कि सरकार ने एनेस्थिसियोलॉजी (16), फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (3), ट्रॉमा, इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयर (10) के विषयों में सहायक प्रोफेसरों के 29 पदों के अलावा विभिन्न श्रेणियों के 98 गैर-संकाय पदों का सृजन किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन पदों को भरने से प्रयोगशालाओं का चौबीसों घंटे संचालन संभव होगा और साथ ही महंगे उपकरणों और अत्याधुनिक मशीनों का उचित उपयोग होगा, जिससे ओटी का प्रभावी संचालन हो सकेगा।
समीक्षा के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। एम्स बिलासपुर ने दूरदराज के स्थानों से मरीजों और मेडिकल नमूनों को स्थानांतरित करने में लगने वाले समय को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए जिला स्वास्थ्य संसाधनों के साथ अपने ड्रोन और एम्बुलेंस सेवाओं को एकीकृत करने का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य सेवा में ड्रोन प्रौद्योगिकी के प्रस्तावित उपयोग, एम्बुलेंस सेवाओं के साथ इसके एकीकरण की सराहना की और निकट भविष्य में इसके कार्यान्वयन के लिए सभी प्रकार के समर्थन का आश्वासन दिया।
नड्डा ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने एम्स बिलासपुर द्वारा अपनी स्थापना के कुछ ही समय में की गई प्रगति की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी क्षेत्रों के लोग भारत सरकार और राज्य सरकार के सक्रिय सहयोग से संस्थान द्वारा प्रदान की जाने वाली शीर्ष चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से अत्यधिक लाभान्वित होते रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी क्षेत्रों के लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, एम्स बिलासपुर में 17 क्लिनिकल वाइड स्पेशलिटी और 13 सुपर-स्पेशलिटी विभागों सहित 38 विभागों की स्थापना ने इसकी चिकित्सा पेशकश के दायरे को काफी बढ़ा दिया है। इस सुविधा में कई महत्वपूर्ण देखभाल इकाइयाँ (आईसीयू) हैं, जिनमें मेडिकल, सर्जिकल, बाल चिकित्सा और नवजात आईसीयू और 690 ऑपरेशनल बेड शामिल हैं। पूर्ण पैमाने पर परिचालन शुरू करने के बाद से, संस्थान ने 5,00,000 से अधिक बाह्य रोगियों और 35,000 आंतरिक रोगियों का इलाज किया है, जो चिकित्सीय और नैदानिक सेवाओं की अपनी विस्तारित श्रृंखला के माध्यम से जीवन रक्षक उपचार प्रदान करते हैं। संस्थान पहले से ही जटिल शल्य चिकित्सा प्रक्रियाएं, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, कार्डियक कैथ लैब हस्तक्षेप, कार्डियक स्टेंट प्लेसमेंट प्रक्रियाएं, न्यूरोसर्जरी और संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जरी कर रहा है।
व्यापक कैंसर देखभाल सेवाएँ पूर्ण रूप से कार्यात्मक रेडियोथेरेपी विभाग के साथ उपलब्ध हैं, जो लीनियर एक्सलेरेटरी बीम थेरेपी (Linear acceleratory beam therapy) और कीमोथेरेपी प्रदान करता है। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में गामा कैमरा और पीईटी सीटी सुविधा की चल रही स्थापना से कैंसर देखभाल सेवाओं को देश में कहीं भी उपलब्ध सर्वोत्तम स्तर तक बढ़ाया जाएगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती अंकिता मिश्रा बुंदेला, एम्स बिलासपुर के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) रणदीप गुलेरिया, एम्स बिलासपुर के कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) वीर सिंह नेगी, संकाय सदस्य और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बृहस्पतिवार देर रात एक ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में 10 मजदूरों की मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार की निगरानी में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हर संभव मदद करने में लगा हुआ है।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा:
“उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में हुआ सड़क हादसा अत्यंत पीड़ादा यक है। इसमें जान गंवाने वालों के शोकाकुल परिजनों के प्रति मे री गहरी संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति प् रदान करे। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पी ड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है।”
मोदी ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में हुई दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।