“धनतेरस” दीपावली पर्व की शुरुआत का प्रतीक… दीपावली की पूरी रात दीपक प्रज्वलित रखते हैं, जिसके संदर्भ में हिन्दु धर्म में कई मान्यताऐं हैं, जिनमें से कुछ का वर्णन पिछले पोस्ट क्यों...
हिमाचल प्राकृतिक सौंदर्य से लबालब है। खूबसूरत हरी-भरी वादियां, ऊंची-ऊंची पहड़ियां। हर तरफ प्रकृति के अद्भुत् व मनमोहक नजारे। ऐसा ही रामपुर तहसील के बशलकण्डा, थारलूधार, कण्डीधार एवं...
कमरूनाग झील में समाया है अपार खजाना “देव कमरूनाग” … स्थानीय लोगों के साथ-साथ जहां देश-विदेश के लोग भी होते हैं नतमस्तक परंपरा के कारण सिक्कों और अमूल्य धातुओं का भारी भंडार हिमाचल को देवभूमि...
सतलुज नदी किन्नौर क्षेत्र को दो भागों में बाँटती है। यहाँ का मौसम वर्षभर सुहावना रहता है। हिमाचल की इस पावन भूमि पर हिमाच्छादित पर्वत श्रेणियों से घिरा किन्नौर एक अत्यंत रमणीय क्षेत्र है।...
आइए जानें:- तिथि, नियम, विधि, भोजन और महत्व पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद पूर्णिमा तिथि से होती है और समापन आश्विन की अमावस्या पर होता है। इन 16 दिनों में पितरों का श्राद्ध कर उनका तर्पण किया जाता...
सायर उत्सव त्यौहार और मेले हिमाचल के लोगों के सांस्कृतिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ऋतुओं ने भी त्यौहारों को विशिष्ट स्वरूप देने में भूमिका निभाई है। हरेक ऋतु से जुड़े हुए त्यौहार हैं।...
“पत्थर चौथ” में दिख जाए चाँद तो…. सुनें यह कथा…. हिमाचल के कई जगहों में पत्थर चौथ को मनाया जाता है लेकिन बिलासपुर में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। हालांकि पत्थर चौथ आधुनिकता की चकाचौंध...