जिंदगी कैसी है पहेली हाय, कभी ये हंसाए कभी ये रुलाए… मन्ना डे…एक ऐसा गायक जिसके गीतों ने कम से कम दो पीढिय़ों को अपना दीवाना बनाया और आज भी जब उनके गीत कानों में सुनाई पड़ते हैं तो लगता है कि...
बच्चों की परवरिश में माँ और पापा दोनों की अपनी खास जगह होती है। बदलते वक्त के साथ-साथ आज के दौर के माता-पिता के व्यवहार में काफी बदलाव आये हैं, लेकिन व्यस्तता भरे माहौल में आज हर परिवार...
दिवाली का पौराणिक महत्व, पंच-पर्वों का त्यौहार: दीपावली दीपावली की पूरी रात दीपक प्रज्वलित रखते हैं, जिसके संदर्भ में हिन्दु धर्म में कई मान्यताऐं हैं, जिनमें से कुछ का वर्णन पिछले...
कुल्लू के दशहरे का अपना इतिहास, पृष्ठभूमि व सांस्कृतिक परम्परा कुल्लू में दशहरे का शुभारंभ 17वीं शताब्दी में हुआ देश भर में मनाया जाने वाला दशहरा पर्व जहां आसुरी शक्तियों पर दैवी शक्तियों की...
“यादें” “दादा मुनि” यानि “अशोक कुमार”। अभिनय के साथ-साथ हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक रहे चुके हिन्दी सिनेमा के युगपुरुष कुमुद कुमार गांगुली उर्फ अशोक कुमार।...
प्राय: छोटे बच्चों के गुस्सा करने पर माता-पिता स्वयं तैश में आ जाते हैं। वे समझते हैं कि उनके डांटने या चीखने-चिल्लाने से बच्चा शांत हो जाएगा। किंतु ऐसा होता नहीं है। जब भी बच्चे को गुस्सा आए...
आधुनिकता भरे माहौल में आज भी परंपरागत गहनों को सजीव रखे … किन्नौरी महिलाओं का श्रृंगार सिर से पांव तक गहनों से लदी किन्नौरी महिलाओं का श्रृंगार इनकी संस्कृति की सजीवता का प्रतीक हिमाचल के...
