शहतीर मात्र लकड़ी के खम्बे नहीं देवता के इतिहास के द्योतक मंदिर की शुद्धि तथा पुनः प्रतिष्ठा का भी प्रतीक कुल्लू घाटी की यात्रा के दौरान देखने में आया है कि अनेक गाँवों के एक छोर के विशाल...
हिमाचल में देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए हर वर्ष मेले, त्योहार और उत्सव मनाए जाने की रीत रबी और खरीफ की फसल आने पर त्योहारों और उत्सवों को मनाने का अनूठा रिवाज़ हिमाचल प्रदेश देवभूमि है।...
सात पहाड़ियों में नैना देवी, कोट, झझियार, तिऊन, बांदला, बहादुरपुर और रतनपुर शामिल बिलासपुर जिले की पहाड़ियां रियासतीकाल से “सतधार कहलूर” के नाम से विख्यात रही है। इसका तात्पर्य बिलासपुर...
दैविक लीलाओं के लिए प्रसिद्ध हाटू शिखर शिमला के नारकण्डा के समीप ऊंची पर्वतमाला हाटू पीक की चोटी पर स्थित हाटू माता मंदिर यहां के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। मनमोहक सुंदर प्राकृतिक दृश्य...
(तीसरा भाग)….. उत्खनन से प्राप्त सामग्री से यह प्रकट हुआ है कि वानगंगा घाटी (कांगड़ा), सिरसा घाटी (नालागढ़) मारकण्डा घाटी (सिरमौर) में 20 लाख वर्ष पूर्व मानव का पास रहा है। वहां गत्या के हथियार,...
गुम्बदनुमा शैली में कंकरीट का बना है शूलिनी माता का मन्दिर मन्दिर की पूज सज्जा में शिरगुल तथा माल्ली देवताओं की मूर्ति के मध्य छह देवियों की मूर्तियां विराजमान सोलन शहर के दक्षिण में शूलिनी...
मानव का इतिहास मानव के जनयिता से आरम्भ होता है। हमारे इतिहासकारों ने इसका आरम्भ स्वायंभुव मनु से किया है। मानव समाज मनुओं की सन्तान है। स्वायंभुव मनु के पवित्र कर कमलों के द्वारा ऋषियों के...