धर्मशाला को स्मार्ट सिटी बनाने में होगा श्रेष्ठ तकनीकों का इस्तेमालः सुधीर शर्मा

  • सुधीर शर्मा ने किया स्मार्ट सिटिज एक्सपो 2016” में स्वीडन देश की प्रदर्शनी का शुभारम्भ
  • एक्सपो का मुख्य उद्देश्य देश के शहरों के विकास में इच्छुक कम्पनियों को विभिन्न क्षेत्रों की तकनीक जानने के लिए एक उपयुक्त कारगर मंच उपलब्ध करवाना
  • हैराल्ड सैंडबर्ग को किया हिमाचल प्रदेश में संभावित क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित

नई दिल्ली : शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे तीन दिवसीय “स्मार्ट सिटिज एक्सपो 2016” में स्वीडन देश की प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। इस तीन दिवसीय एक्सपो में लगभग 40 देश भाग ले रहे हैं तथा अनेक कम्पनियों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रदर्शनियां लगाई हैं।

इस अवसर पर बातचीत करते हुए सुधीर शर्मा ने कहा कि इससे देश के शहरों के सुनियोजित विकास और आधुनिक सुविधाओं से युक्त शहरीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस एक्सपो में बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही अग्रणी कम्पनियां भाग ले रही हैं, जिससे सभी इच्छुक स्टेक होल्डर्स को लाभ पंहुचेगा। इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य देश के शहरों के विकास में इच्छुक कम्पनियों को विभिन्न क्षेत्रों की तकनीक जानने के लिए एक उपयुक्त कारगर मंच उपलब्ध करवाना है।

सुधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल के धर्मशाला शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है और उनका यह प्रयास है कि इसके विकास में सभी सम्भावित देशों में उपलब्ध तकनीक का समावेश करके यहां विकास का एक उदाहरण प्रस्तुत किया जाए। इस अवसर पर स्वीडन के भारत में राजदूत हैराल्ड सैंडबर्ग के साथ बातचीत करते हुए सुधीर शर्मा ने उनसे उनके देश में परिवहन’ ऊर्जा’ स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी हासिल की और उन्हें हिमाचल प्रदेश में संभावित क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। धर्मशाला में पार्किंग तथा प्राकृतिक आपदा प्रबन्धन के क्षेत्र में सुझाव देने के लिए उनकी टीम को धर्मशाला आने का निमंत्रण भी दिया। स्वीडन का यह दल धर्मशाला में प्रदूषण मुक्त 10 पार्किंग स्थलों तथा टर्मिनल पायलट परियोजना के रूप में विकसित करने के लिए भी विचार-विमर्श करेगी।

सुधीर शर्मा ने प्रगति मैदान में लगी अन्य देशों की प्रदर्शनियों को भी देखा। हालैंड की “ ग्रीन ग्रास” पर लगी प्रदर्शनी में विशेष रूचि दिखाते हुए उन्होंने इच्छा जाहिर की कि क्यों न इस तकनीक को धर्मशाला के खेल मैदान को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयोग में लाया जाए। इस अवसर पर हालैंड के भारत में राजदूत अल्फोंसस स्टोलिंगा ने ग्रीन ग्रास की विशेषता तथा इससे खेल परिसर विशेषकर फुटबाल खेलने के लिए तैयार किये जाने वाले मैदान पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। इस अवसर पर शहरी विकास विभाग के निदेशक जे.एम. पठानिया भी उपस्थित थे।

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