हिमाचल: किन्नौर जनपद की विवाह परंपरा, शादी में न तो मंडप बनाया जाता है, और न ही अग्नि के लिए जाते हैं फेरे

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 बड़ी शादी

कभी-कभी छोटी शादी के दस-पंद्रह वर्ष बाद भी बड़ी शादी की जाती हैलाहौल-स्पीति - यहां बहन बनती है दूल्हा, शादी करके घर लाती है अपनी भाभी

उस समय छोटी शादी कर चुके माँ-बाप के बच्चे भी बड़े हो गए होते हैं, जो इस बड़ी शादी में पूरा काम करते हैं

इसे किन्नौरी समाज में बुरा नहीं माना जाता

छोटी शादी के जिन प्रकारों का वर्णन ऊपर किया गया है, उन्हीं का एक रूप बड़ी शादी है। छोटी शादी चाहे जिस किसी भी रूप में हुई हो, उसको समाज में प्रतिष्ठित करने के लिए सगे-संबंधियों के साथ अपने परिचितों एवं गाँव वालों को भी सम्मिलित रूप से प्रीतिभोज देकर बड़ी शादी की जाती है। इसमें शादी की सभी परंपराओं को निभाया जाता है। यह शादी छोटी शादी के चार-पाँच महीने से एक-दो साल के बीच की जाती है। परंतु देखा गया है कि कभी-कभी छोटी शादी के दस-पंद्रह वर्ष बाद भी बड़ी शादी की जाती है। उस समय छोटी शादी कर चुके माँ-बाप के बच्चे भी बड़े हो गए होते हैं, जो इस बड़ी शादी में पूरा काम करते हैं और बारात में भी जाते हैं। इसे किन्नौरी समाज में बुरा नहीं माना जाता। बड़ी शादी पूरी धूम-धाम के साथ की जाती है। इसमें शादी की सभी रस्में, जिनमें विवाह का मुहूर्त, शादी की तैयारी, मामा का स्वागत, देवता का आगमन, वर को सजाना, बारात प्रस्थान, मार्ग में पूजा करना, लड़की के घर में बारात का स्वागत, बारात का घर के अंदर प्रवेश तथा लड़की के घर में होने वाली विविध रस्में, दुलहिन को सजाना, दुलहिन को दूल्हे के पास ले जाना, विदाई से पूर्व को रस्में तथा विदाई, मार्ग में पूजा करना, मार्ग में बारात का स्वागत, वधू प्रवेश तथा दुलहिन द्वारा ‘बैल्डङ्’ या ‘थोद्’, ‘गोरपश्मो’ और ‘फग्-लोग्’ या ‘दलोच’ की रस्में निभाई जाती हैं। इनका संक्षिप्त वर्णन निम्नलिखित प्रकार से है:-

संपूर्ण किन्नौरी समाज में बड़ी शादी के लिए सर्वप्रथम मुहूर्त निकलवाया जाता है, जिसकी प्रक्रिया लगभग एक समान है। निचले किन्नौर में बड़ी शादी का मुहूर्त देवता द्वारा निकाला जाता है। कई बार घर के लोग भी अपनी सुविधानुसार कोई दिन देख लेते हैं, तदुपरांत देवता की अनुमति ली जाती है। यदि तय किया दिन देवता को स्वीकार्य न हो तो देवता द्वारा स्वयं दिन निर्धारित किया जाता है, जो सभी को मानना पड़ता है और उसी समय देवता को शादी का निमंत्रण भी दे दिया जाता है।

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