सतलुज नदी किन्नौर क्षेत्र को दो भागों में बाँटती है। यहाँ का मौसम वर्षभर सुहावना रहता है। हिमाचल की इस पावन भूमि पर हिमाच्छादित पर्वत श्रेणियों से घिरा किन्नौर एक अत्यंत रमणीय क्षेत्र है।...
हिमाचल प्रदेश की प्राचीन कलाएं, मंदिरों के वास्तुशिल्प, लकड़ी पर खुदाई, पत्थरों और धातुओं की मूर्तियों तथा चम्बा रूमाल आदि के रूप में आज भी सुरक्षित है। इन कलाओं को तीन मुख्य वर्गों में बांटा...
शहतीर मात्र लकड़ी के खम्बे नहीं देवता के इतिहास के द्योतक मंदिर की शुद्धि तथा पुनः प्रतिष्ठा का भी प्रतीक कुल्लू घाटी की यात्रा के दौरान देखने में आया है कि अनेक गाँवों के एक छोर के विशाल...
हिमाचल में देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए हर वर्ष मेले, त्योहार और उत्सव मनाए जाने की रीत रबी और खरीफ की फसल आने पर त्योहारों और उत्सवों को मनाने का अनूठा रिवाज़ हिमाचल प्रदेश देवभूमि है।...
सात पहाड़ियों में नैना देवी, कोट, झझियार, तिऊन, बांदला, बहादुरपुर और रतनपुर शामिल बिलासपुर जिले की पहाड़ियां रियासतीकाल से “सतधार कहलूर” के नाम से विख्यात रही है। इसका तात्पर्य बिलासपुर...
मानव का इतिहास मानव के जनयिता से आरम्भ होता है। हमारे इतिहासकारों ने इसका आरम्भ स्वायंभुव मनु से किया है। मानव समाज मनुओं की सन्तान है। स्वायंभुव मनु के पवित्र कर कमलों के द्वारा ऋषियों के...
The Palace is the former summer residence of the Raja Rana of Jubbal, a pre-independence kingdom of the Simla Hill States. Woodville Palace, with its Heritage Raj appeal, its touch of royalty and romance, a sporting ground for nature in the lap of the Himalayas and its vintage ambience and classic luxury in amalgamation with
