अजवाइन का प्रयोग सदियों से होता आया है। आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन पाचन को दुरुस्त रखती है। यह कफ, पेट तथा छाती का दर्द और कृमि रोग में फायदेमंद होती है। साथ ही हिचकी, जी मचलाना, डकार, बदहजमी, मूत्र का रुकना और पथरी आदि बीमारी में भी लाभप्रद होती है। आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन पाचक, रुचिकारक, तीक्ष्ण, गर्म, चटपटी, कड़वी और पित्तवर्द्धक होती है। पाचक औषधियों में इसका बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। अकेली अजवाइन ही सैकड़ों प्रकार के अन्न को पचाने वाली होती है। आइए हम आपको अजवाइन के स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी देते हैं।
आजवाइन बहुत ही गुणकारी औषधि है, इसमें पाया जाने वाला थाइमोल नामक तत्व कई बीमारियों के उपचार में मददगार होता है, इसका पानी पीना एक सेहतमंद विकल्प है। आपने शायद अपनी दादी मां को या उनकी उम्र के लोगों को अजवाइन का पानी पीते देखा होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि वो भला ऐसा क्यों करते थे? ऐसा वे इसके स्वाद या फिर पानी साफ करने की वजह से नहीं करते थे। बल्कि वे ऐसा इसके ढेर सारे स्वास्थ्य लाभों का वजह से करते थे। तो चलिये आपको भी बताते हैं कि किस प्रकार अजवाइन का पानी सेहत के लिये बेहद लाभदायक होता है।
- अजवाइन का पानी
गैस भगाए और पाचन पाचन सुधारे: अजवाइन में थाइमोल (thymol) नामक तत्व होता है, बल्कि ये अकेला ऐसा पौधा है जिसमें सबसे ज्यादा थाइमोल होता है। यह रसायन पेट से गैस्ट्रिक रिहाई जूस बाहर निकालता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त करात है। यह अपच, पेट फूलना व मतली आदि को भी दूर करता है।
दिल को स्वस्थ रखे: अजवाइन में जो नियासिन, थाइमोल और विटामिन होते हैं, वे दिल को स्वस्थ रखते हैं। यह हृदय में रक्त के प्रवाह को बेहतर करने में मदद करता है। बस एक कप पानी में एक छोटा चम्मच अजवाइन डालकर उबाल लें और इस पानी को रोज सुबह खाली पेट पीयें। मदद करता है।
बदहजमी को दूर करता है: अजवाइन में मौजूद थाइमोल (thymol) नाम का रसायन प्रचुर मात्रा में होता है और यही हजम शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल बदहजमी, मतली, शिशुओं के पेट में दर्द आदि के इलाज में उपयोग किया जाता है। अजवाइन न केवल पाचन को बेहतर बनाती है, बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाती है। इसके पानी को सोज सुबह पीने से मोटापे की समस्या से निजात मिलती है और पेट सुचारू ढ़ंग से काम करता है।
अजवाइन को उबालने पर या फिर इसके पानी को पीते समय नाश के माध्यम से जाने वाली भाप से सिर दर्द ठीक होता है और कंजेशन की समस्या से भी राहत मिलती है।
अजवाइन का पानी पाचन को सुधारता है, साथ ही इसकी भाप से मतली की समस्या से भी राहत मिलती है। इसका पानी पीने से उल्टी आने की समस्या भी दूर होती है।
अजवाइन को इसके दांत दर्द से राहत दिलाने व ओरल हैल्थ को बहाल करने के लिये भी जाना जाता है। दांत में दर्द के लिये आयुर्वेदिक डॉक्टर अजवाइन के पानी से गरारे करने की सलाह भी देते हैं।
अजवाइन का वानस्पतिक नाम ट्रेकीस्पर्मम एम्माई है। आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन पाचन को दुरुस्त रखती है। यह कफ, पेट तथा छाती का दर्द और कृमि रोग में लाभदायक होती है। साथ ही, हिचकी, जी मचलाना, डकार, बदहजमी, मूत्र का रुकना और पथरी आदि बीमारी में भी फायदेमंद होती है। रसोई में उपयोग में आने वाले मसालों का औषधीय महत्व कितना हो सकता है इसका सटीक उदाहरण अजवाइन है। अजवाइन को सदियों से घरेलु नुस्खों में अनेक रोगों के निवारण के लिए अपनाया जाता रहा है।
अजवाइन में 7 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट,21 प्रतिशत प्रोटीन, 17 प्रतिशत खनिज ,7 प्रतिशत कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह, पोटेशियम, सोडियम, रिबोफ्लेविन, थायमिन, निकोटिनिक एसिड अल्प मात्रा में, आंशिक रूप से आयोडीन, शर्करा, सेपोनिन, टेनिन, केरोटिन और 14 प्रतिशत तेल पाया जाता है। इसमें मिलने वाला सुगंधित तेल 2 से 4 प्रतिशत होता है, 5 से 60 प्रतिशत मुख्य घटक थाइमोल पाया जाता है। मानक रूप से अजवाइन के तेल में थाइमोल 40 प्रतिशत होता है।
- – पेट खराब है तो अजवाइन को चबाकर खाएं और उसके बाद एक कप गर्म पानी पी लें, पेट ठीक हो जाएगा।
- – पेट दर्द होने पर अजवाइन के दाने10ग्राम, सोंठ 5ग्राम और काला नमक2 ग्राम को अच्छी तरह मिलाया जाए और फिर रोगी को इस मिश्रण का 3 ग्राम गुनगुने पानी के साथ दिन में 4-5दिया जाए तो आराम मिलता है।
- – पेट में कीड़े हैं तो काले नमक के साथ अजवाइन खाएं।
- – लीवर की परेशानी है तो3ग्राम अजवाइन और आधा ग्राम नमक खाने के बाद लेने से काफी लाभ होगा।
- – पेट में गैस होने पर हल्दी, अजवाइन और एक चुटकी काला नमक लें, इससे भी बहुत जल्दी आराम मिलता है।
- – पथरी की समस्या है तो 5ग्राम ग्राम जंगली अजवाइन को पानी के साथ निगल लें। ऐसा आप महीने में पांच दिन करें तो पथरी कभी नहीं बनेगी और बनी होगी तो बाहर निकल जाएगी।
- – कुंदरू के फल, अजवायन, अदरक और कपूर की समान मात्रा लेकर कूट लिया जाए और एक सूती कपड़े में लपेटकर हल्का-हल्का गर्म करके सूजन वाले भागों धीमें -धीमें सिंकाई की जाए तो सूजन मिट जाती है।
- -किसी शराब पीने वाले की आदत छुड़ाना चाहते हैं तो दिन में हर दो घंटे बाद उसे एक चुटकी अजवाइन चबाने को दें, बहुत जल्द उनकी शराब पीने की आदत छूट जाएगी।
- -अजवाइन को भूनकर उसे पीस लें। इस मिश्रण से सप्ताह में दो-तीन बार दांत साफ करें। आपके दांत मजबूत और चमकदार होंगे। दांतों में दर्द होने पर अजवाइन को पानी में उबालकर पानी को गुनगुना कर लें। इस पानी से गरारे करें, दांत दर्द ठीक हो जाएगा।
- – अजवाइन को पीस लिया जाए और नारियल तेल में इसके चूर्ण को मिलाकर ललाट पर लगाया जाए तो सिर दर्द में आराम मिलता है।
- – अजवाइन को भूनकर कपड़े में लपेट लिया जाए और रात में तकिए के नजदीक रखा जाए तो दमा, सर्दी, खांसी के रोगियों को रात को नींद में सांस लेने मे तकलीफ नहीं होती है।
- – अस्थमा के रोगी को यदि अजवाइन के बीज और लौंग की समान मात्रा का 5 ग्राम चूर्ण प्रतिदिन दिया जाए तो काफी फायदा होता है। अजवाइन को किसी मिट्टी के बर्तन में जलाकर उसका धुंआ भी दिया जाए तो अस्थमा के रोगी को सांस लेने में राहत मिलती है।
- – अजवाइन के रस में दो चुटकी काला नमक मिलाकर उसका सेवन करें और उसके बाद गर्म पानी पी लें। खांसी ठीक हो जाएगी।
- – काली खांसी से परेशान हैं तो जंगली अजवाइन के रस को सिरका और शहद के साथ मिलाकर दिन में 2 बार एक-एक चम्मच सेवन करें, राहत मिलेगी।
- – गले में खराश हो तो बेर के पत्ते और अजवाइन दोनों को पानी में एक साथ उबाल कर उस पानी को छानकर पी लें।
- – अदरक के रस में थोड़ा सा चूर्ण अजवाइन का मिलाकर लिया जाए तो खांसी में तुरंत आराम मिल जाता है।
- – सूखी खांसी से परेशान हैं तो आप अजवाइन को पान में रखकर चबाएं। ऐसा करने से सूखी खांसी से राहत मिलेगी। इसके अलावा अजवाइन खाने से गले की सूजन और दर्द ठीक हो जाता है।
- – नाक बंद होने पर आप अजवाइन को बारीक पीस कर उसे कपड़े में बांध कर सूंघें, आराम मिलेगा।
- -खाने के बाद अजवाइन के साथ गुड़ खाने से सर्दी और एसिडिटी में आराम मिलता है।अजवाइन की 2 से 3ग्राम मात्रा को दिन में तीन बार लें। जुकाम, नजला और सिरदर्द में यह रामबाण दवा है।
- – पान के पत्ते के साथ अजवाइन के बीजों को चबाया जाए तो गैस, पेट मे मरोड़ और एसीडिटी से निजात मिल जाती है।
- – भूनी हुई अजवाइन की करीब1ग्राममात्रा को पान में डालकर चबाया जाए तो बदहजमी में तुरंत आराम मिल जाता है। सर्दी में शरीर को गर्मी देने के लिए थोड़ी-सी अजवाइन चबाएं और चबाने के बाद पानी के साथ निगल लें। ठंड से राहत मिलेगी।
- -अजवाइन, इमली के बीज और गुड़ की समान मात्रा लेकर घी में अच्छी तरह भून लेते है और फिर इसकी कुछ मात्रा प्रतिदिन नपुंसकता से ग्रसित व्यक्ति को दें।ये मिश्रण पौरुषत्व बढ़ाने के साथ-साथ शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद करता है।
- – एसिडिटी की तकलीफ है तो थोड़ा-थोड़ा अजवाइन और जीरा को एक साथ भून लें। फिर इसे पानी में उबाल कर छान लें। इस छने हुए पानी में चीनी मिलाकर पिएं, एसिडिटी से राहत मिलेगी।
- – हैजा होने पर कर्पूर के साथ अजवाइन को मिला कर लेने से आराम मिलता है।
- – नींद न आने की समस्या हो तो 2 ग्राम अजवाइन पानी के साथ निगल लें। इससे अच्छी नींद आएगी।
- -खुजली हो या फिर कहीं जल गया हो, अजवाइन को पीस कर वहां लगाएं और 4 से 5 घंटे तक लगे रहने दें। इससे बहुत लाभ होगा।
- – मुंह से बदबू आने और मुंह में छाले होने पर रात में अजवाइन का सेवन करें, परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
- – कान में दर्द है तो अजवाइन के तेल का इस्तेमाल करें, दर्द ठीक हो जाएगा।
- – लीवर की परेशानी है तो3ग्राम अजवाइन और आधा ग्राम नमक खाने के बाद लेने से काफी लाभ होगा।
- – पेट में गैस होने पर हल्दी, अजवाइन और एक चुटकी काला नमक लें, इससे भी बहुत जल्दी आराम मिलता है।
- – पथरी की समस्या है तो 5ग्राम ग्राम जंगली अजवाइन को पानी के साथ निगल लें। ऐसा आप महीने में पांच दिन करें तो पथरी कभी नहीं बनेगी और बनी होगी तो बाहर निकल जाएगी।
सर्दी जुकाम में: बंद नाक या सर्दी जुकाम होने पर अजवाइन को दरदरा कूट कर महीन कपड़े में बांधकर सूंघें। सर्दी में ठंड लगने पर थोड़ी-सी अजावाइन को अच्छी तरह चबाएं और चबाने के बाद पानी के साथ निगल लें। ठंड से राहत मिलेगी।
पेट खराब होने पर :पेट खराब होने पर अजवाइन को चबाकर खाएं और एक कप गर्म पानी पीएं। पेट में कीड़े हैं तो काले नमक के साथ अजवाइन खाएं। लीवर की परेशानी है तो 3 ग्राम अजवाइन और आधा ग्राम नमक भोजन के बाद लेने से काफी लाभ होगा। पाचन तंत्र में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर मट्ठे के साथ अजवाइन लें, आराम मिलेगा।
वजन कम करें: अजवाइन मोटापे कम करने में भी उपयोगी होती है। रात में एक चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छान कर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीने से लाभ होता है। इसके नियमित सेवन से मोटापा कम होता है।