बीएसजी शिक्षा प्रभाग ने “मानवतावादी शिक्षा के माध्यम से वैश्विक नागरिकों को तैयार कर शांति की एक सदी का निर्माण करना” पर आयोजित किया वेबिनार 

मानवतावादी शिक्षा— शांति के लिए सरल एवं सीधा मार्ग

वेबिनार में न केवल देश भर से शिक्षाविदों बल्कि जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने लिया हिस्सा 

 नई दिल्ली: बीएसजी शिक्षा प्रभाग ने आज एक वेबिनार आयोजित किया। जिसका शीर्षक था -“मानवतावादी शिक्षा के माध्यम से वैश्विक नागरिकों को तैयार कर शांति की एक सदी का निर्माण करना”। इस वेबिनार में इस विषय पर चर्चा करते हुए शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी कई हस्तियों ने अपने विचार रखे। इस वेबिनार का आयोजन भारत सोका गाक्काई के शिक्षा प्रभाग की 30 वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया गया । भारत सोका गाक्काई , भारत में सोका गाक्काई इंटरनेशनल की सहयोगी संस्था है। 

सोका गाक्काई इंटरनेशनल के अध्यक्ष एवं बौद्ध विचारक , दाइसाकु इकेदा का मानना है कि आज विश्व को एक ऐसी शिक्षा की आवश्यकता है, जो मानवता के लिए प्रेम को बढ़ावा दे सके। 

 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को शिक्षित करने वाली संस्था ‘तमन्ना’ की संस्थापक अध्यक्ष एवं पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित डॉ श्यामा चोना ने कहा “मेरा मानना ​​है कि मनुष्य की सोच दृढ़ कर शिक्षा में बदलाव लाने की आवश्यकता है, ताकि मनुष्य समावेशी समाज में एक-दूसरे के प्रति सहिष्णुता के साथ शांतिपूर्वक हसना और प्रेम से जीना सीख सके।”

अन्य वक्ताओ ने दृंढ़ता पूर्वक कहा कि स्कूलों और कॉलेजों की नियमित कक्षाओं में व्यवधान के बावजूद मानवतावादी शिक्षा के आंदोलन के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए।

 आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के उपाध्यक्ष ,प्रोफेसर आरएसएस मणि ने कहा “मानवतावादी शिक्षा प्रत्येक मनुष्य के ‘मानव होने’ की ओर बढ़ने की एक परिवर्तनकारी प्रक्रिया है । मेरा दृढ़ विश्वाश है कि यह चरित्र, करुणा और सहयोग की भावना को आत्मसात करने और अंगीकार करने से ही संभव है।”

अध्ययन गुणवत्ता शिक्षा सेवाओं की संस्थापक निदेशक कविता आनंद ने बच्चों की सुरक्षा पर बल देते हुए कहा, एक नई तरह की शिक्षा के लिए आंदोलन में इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए ।

एक मनुष्य के रूप में हम गहरे आनंद का अनुभव करते हैं जब हम सुरक्षित होते है ,तथा हमें आदर और सम्मान के साथ स्वीकारा जाता है ।  आनंद ने कहा “आइए हम इसे हर बच्चे के लिए दैनिक उपहार बनायें”

बीएसजी शिक्षा प्रभाग प्रमुख सुश्री वंदना जैन ने कहा, मानवतावादी शिक्षा छात्रों और शिक्षकों को अपनी उच्चतम क्षमता प्रकट करने तथा वास्तव में खुशहाल मूल्य सृजन करने वाले जीवन को जीने में सक्षम बनाती है । यह हमें शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य , लोगों की सेवा करने , दुखों को दूर करने और मानवता की रक्षा करने के लिए जागृत करती है । एस जी आई अध्यक्ष दाइसाकु इकेदा भी शिक्षा के इस उद्देश के समर्थक हैं ।

वेबिनार में सम्मिलित होने के लिए समस्त वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बी एस जी के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने कहा “ आज ऐसी मानवतावादी शिक्षा की आवश्यकता है जो केवल ज्ञान के संचय या क्षमता के विकास पर ही केन्द्रित न  हो , बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को हमारे परस्पर संबंधो के प्रति जागृत करे तथा प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में निहित अनंत क्षमता का सम्मान करने में सक्षम बनाए।

इस वेबिनार में न केवल देश भर से शिक्षाविदों बल्कि जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने भाग लिया।

यह वेबिनार दाइसाकु इकेदा की निम्न सोच पर आधारित था – कि एक व्यक्ति में आया सकारात्मक परिवर्तन सम्पूर्ण मानव जाति के भाग्य को बदल सकता है। तथा वैश्विक शांति के युग को आरम्भ कर सकता है । डॉ इकेदा से प्रेरित होकर बीएसजी का शिक्षा प्रभाग शिक्षा के माध्यम से युवाओं में लचीलापन और क्षमता पैदा करने की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है, यह वेबिनार ऐसी ही एक पहल है।

भारत सोका गाक्काई (बीएसजी) , एक परिचय

BSG भारत सोका गाक्काई, सोका गाक्काई इंटरनेशनल (SGI) की भारतीय सहयोगी संस्था है। भारत में इसके सदस्य 600 नगर और शहरों में है। समाज के सभी वर्गो से आने वाले बीएसजी के सदस्यों का मानना है कि एक व्यक्ति के भीतर आया मूलभूत बदलाव (Human Revolution) समाज में एक महान परिवर्तन ला सकता है। यह संस्था सांस्कृतिक, शैक्षिक और समुदाय संबंधित गतिविधियों के माध्यम से शांति का वातावरण बनाना चाहती है। इन सभी गतिविधियों को सम्पन्न करने के लिए बी० एस० जी० के सदस्य मानवता की भावना से ओत प्रोत वार्तालाप का सहारा लेते है।

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