भरपूर नींद लेने से शरीर भी रहेगा स्वस्थ
काम अधिक होने की वजह से तो कभी तनाव के कारण, तो कभी भारी व्यस्तता के चलते, उससे भी बड़ी वजह आजकल मोबाइल फोन और इन्टरनेट बने हुए हैं। कभी यूं ही नींद नहीं आती तो कभी आस-पास का माहौल सोने नहीं देता। कारण चाहे जो भी हो। अगर भरपूर नींद नहीं लेंगे तो उससे कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जिससे न ही आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और न ही आप अपने कामकाज सही ढंग से कर पाएंगे। दिन भर थकान और सुस्ती ही महसूस करेंगे। आज हम अपने कॉलम में आपके लिए भरपूर नींद लेने के कुछ टिप्स लेकर आए हैं। इन्हें आजमाकर आप भरपूर नींद ले सकते हैं। जिससे शरीर भी स्वस्थ रहेगा। साथ ही भरपूर नींद लेने से त्वचा भी जवां और खिली-खिली सी नजर आएगी।
भरपूर नींद लेने के कुछ टिप्स
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रात को सोने से पहले कोई व्यायाम न करें। व्यायाम करने से नसें उत्तेजित हो जाती हैं। शरीर का अंदरूनी तापमान बढ़ने से सजगता भी बढ़ जाती है। इसलिए व्यायाम के एकदम बाद नींद नहीं आती। हां, यदि आप दिन में व्यायाम करेंगी तो ऊर्जा की खपत होने से नींद अच्छी आएगी।
- रात को भोजन हल्का व सुपाच्य होना चाहिए। सोने से कुछ समय पहले भोजन कर लें व रात की सैर पर जाएं। चहलकदमी से भोजर जल्दी पचेगा और नींद भी अच्छी आएगी।
- रात को 1 गिलास दूध में 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से भी गहरी नींद आती है।
- सोने से पहले हाथ-मुंह धोकर किसी अच्छी नाईट क्रीम से हल्की मालिश करें।
- देर रात तक टीवी देखना और मोबाइल पर रहना छोड़ दें। आपकी नींद में खलल पड़ सकती है।
- अगर लेटने के आधा घंटे बाद भी नींद न आए तो बिस्तर से उठकर कुछ ऐसा करें जिससे ध्यान बंट जाए लेकिन मन व शरीर ज्यादा उत्तेजित न हो।
- हल्का व कर्णप्रिय संगीत या वाद्ययंत्र सुन सकते हैं। मधुर संगीत जल्दी ही आपको मीठी नींद में सुला देगा।
- सोने से पहले ऊपर की दिशा में हाथों की मालिश करें जिससे रक्त हृदय की ओर पंप होगा। मन व शरीर शांत हो जाएंगे।
- चाय, कॉफी व शराब जैसे उत्तेजक द्रव्य आपकी रेम स्लीप के दुश्मन हैं। इनकी वजह से आपको बार-बार मूत्र त्याग के लिए उठना पड़ सकता है जिससे नींद पूरी नहीं हो पाती।
- गुनगुने पानी से नहाने पर भी शरीर को थकावट से आराम मिलता है व गहरी नींद आती है।
- नींद की गोलियां लेकर सोने की आदत न डालें। सहज व कुदरती तौर पर नींद लेने की कोशिश करें।
- बिस्तर पर तभी जाएं तब नींद का अहसास हो, नींद नहीं आ रही हो तो उसे जबरन लेने की कोशिश न करें।
- शरीर पर जैतून के तेल से मालिश करें व सिर में गुनगुने तेले से चंपी करें। कइ बार कनपटियों पर ऊंगली से दबाव देने से भी दिमाग शांत हो जाता है और नींद आती है।
- रात को सोने से पहले प्राणायाम करें। प्राणायाम में श्वास लेने व छोडऩे पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इसके बाद श्वसन की मुद्रा में लेट जाएं। आपको गहरी नींद आ जाएगी।
- अपना सोने का क्रम निर्धारित करें यानि ठीक समय पर सोएं व जांगे। अगर आप बेवक्त सोती या जागती हैं तो इससे स्लीप पैटर्न डिस्टर्व हो सकता है।
- अगर देर तक नींद न आने की बीमारी हो तो दिन में झपकी न लें। कुछ दिन तक सही समय पर सोने की आदत डालें ताकि आपके शरीर को पूरी नींद मिल सके।
- अगर रात को पूरी नींद न मिल पाए और व्यस्तता ज्यादा हो तो आप दोपहर को एक झपकी ले सकते हैं। यह एक झपकी आपको बाकी बचे दिन के तरोताजा कर देगी।
- हमारी बॉयोलॉजिकल क्लाक का भी नींद से गहरा नाता है। कई बड़ी उम्र की या अधेड़ महिलाएं रात होते-होते उनींदी होने लगती हैं। उन्हें आठ-नौ बजे ही नींद आने लगती है और सुबह वे अंधेरे में उठ जाती हैं।
- यदि वे इस प्रक्रिया में बदलाव लाना चाहें तो वे शाम होने के बाद नींद आते ही टहलने चले जाएं ताकि वे सो न सकें। इस तरह धीरे-धीरे उनके सोने-जागने का क्रम थोड़ा बदल जाएगा।
- अगर सर्दियां हैं तो कमरे को गरम रखें, गर्मियां हैं तो तापमान ठंडा हो ताकि गहरी नींद आ सके।
- तकिया सिर को पूरी तरह आराम दें। यह जरूरत से ज्यादा मोटा या पतला न हो।
- आजकल बाजार में अरोमा थैरेपी ऑइल्स मिलते हैं जिन्हें स्लीप ब्लैंडस कहते हैं। इनके माथे, कनपटियों व भौंहों के पास मसाज करें। भीनी-भीनी महक आपको नींद के आगोश में ले जाएगी।
- अपने तकिए पर भी आप इस भीनी-भीनी महक को छिडक़ सकते हैं।
- अपने ही बिस्तर पर सोएं। कमरे का वातावरण आरामदायक हो। बेडरूम को खुशनुमा बनाए रखने के लिए कोई भीनी खुशबू छिडक़ें या मद्धिम रोशनी जलाएं।