सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सुंदरनगर में चार श्रमिकों को निर्माण के दौरान कंरट लग गया, इससे एक श्रमिक की मौत हो गई। आरोप है कि इसके बाद ठेकेदार ने पुलिस को सूचना नहीं दी और श्रमिक का अंतिम संस्कार भी कर दिया। अब मामले को दबाने को लेकर निजी ठेकेदार की भूमिका संदेह के घेरे में है। जानकारी के अनुसार, सुंदरनगर के जवाहर लाल इंजीनियरिंग कालेज में भवन निर्माण चल रहा था। इस दौरान निजी ठेकेदार के पास कार्यरत झारखंड के रहने वाले 4 श्रमिकों को पीलर के कालम भरते समय करंट लग गया। घटना में श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए और एक श्रमिक की हालत अत्यंत नाजुक होने पर आनन-फानन में ठेकेदार उसे नागरिक चिकित्साल सुंदरनगर ले गया। सुंदरनगर नागरिक चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही 24 वर्षीय श्रमिक राजेंद्र उर्फ राजा पन्ना पुत्र कालेश्वर पन्ना निवासी झारखंड की मौत हो गई।
मृतक राजेंद्र पन्ना के साथ कार्यरत श्रमिक झारखंड निवासी पेत्रुस तिरकी और घायल चंद्र कुजूर और वीरेंद्र ने कहा कि 9 अक्तूबर को कालेज में भवन निर्माण के दौरान चारों को करंट लग गया। इसके बाद ठेकेदार और अन्य लोग उन्हें नागरिक चिकित्सालय सुंदरनगर ले गए। ठेकेदार ने मृतक के बारे में पुलिस को जानकारी नहीं दी गई और पोस्टमार्टम भी नहीं करवाया। बाद में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मृतक राजेंद्र पन्ना की पत्नी जीतमणी को भी घटना की जानकारी काफी समय के बाद दी गई। राजेंद्र पन्ना पिछले 8-9 महीने से इस ठेकेदार के पास कार्यरत था। राजेंद्र पन्ना का एक 2 वर्षीय बेटा भी है। उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी को ठेकेदार द्वारा पैसे देकर शुक्रवार सुबह वापिस घर भेज दिया गया है।
डीएसपी सुंदरनगर गुरबचन सिंह का कहना है कि मामले को लेकर पुलिस को कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। मामला संज्ञान में आया हैं और सारे घटनाक्रम को लेकर पुलिस द्वारा जांच की जाएगी।