शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 19 मई, 2016 को प्रातः 11 बजे रिज मैदान से जिला प्रशासन शिमला के महत्वकांक्षी कार्यक्रम ‘पहल’ का शुभारम्भ करेंगें। यह जानकारी उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर ने आज यहां दी। रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि ‘पहल’ कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन द्वारा पांच कार्यक्रमों, प्रेरणा – प्रारम्भिक शिक्षा, वन अधिकारों की जानकारी, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, नशा-निवारण अभियान और आजिविका अर्जन व महिलाओं का सशक्तीकरण का समन्वय कर इन्हें कार्यान्वित किया जाएगा ताकि विकास के लक्षित उद्देश्य को पूरा किया जा सके।
‘पहल’ के तहत प्राथमिक शिक्षा में और गुणात्मक सुधार लाने के लिए ‘प्रेरणा’ कार्यक्रम आरम्भ किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रशासन अभिभावकों, अध्यापकों, जनप्रतिनिधियों व जनसमुदाय की सहभागिता, व जबाबदेही सुनिश्चित कर शिक्षा के स्तर में और गुणात्मक सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगें। यह प्रयास होगा कि बच्चों को पढ़ाने के तरीके में सरलीकरण के साथ- साथ उनके बौद्धिक विकास को भी बढ़ावा दिया जाए। 10 जून, 2016 से आरम्भ किए जाने वाले इस कार्यक्रम के लिए प्रथम चरण में 100 स्कूलों का चयन किया गया है। विकासात्मक कार्यो में और तेजी लाने के लिए लोगों को वन अधिकार अधिनियम की समुचित जानकारी दी जाएगी। गांव व अन्य क्षेत्रों में स्कूल, अस्पताल, सड़क आदि सहित 13 अन्य विकास कार्यों को पूर्ण करने के लिए वन अधिकार अधिनियम से सम्बन्धित जरूरी औपचारिकताएं कैसी पूरी की जाएं और उसके लिए किस तरह से प्रक्रिया पूर्ण की जाए। ‘पहल’ कार्यक्रम के तहत लोगों में यह जागरूकता लाने के सशक्त प्रयास किए जाएंगें।
रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि स्वास्थ्य और स्वच्छता का मानव जीवन के विकास में सबसे अहम् योगदान है इसलिए ‘पहल’ कार्यक्रम के तहत लोगों को स्वच्छता बनाए रखने के बारे में जागरूक किया जाएगा। जिला प्रशासन का यह लक्ष्य है कि लोगों द्वारा घरों में शौचालय के प्रयोग के शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जाए और बाह्य शौच की आदत को पूर्णतया समाप्त किया जाए, साथ ही सॉलिड व लिक्विड वेस्ट मैनेजमैंट के लिए और बेहतर प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि युवाओं में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता लाकर नशा निवारण अभियान की सफलता को सुनिश्चित किया जा सकता है। इसलिए पहल कार्यक्रम के माध्यम से नशा निवारण के लिए जागरूकता और खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रयास किए जाएंगें।
किसी भी समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। पहल कार्यक्रम के तहत महिला सशक्तीकरण के लिए उनके कौशल विकास कार्यक्रमों पर विशेष जोर दिया जाएगा। जिला में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कौशल विकास उन्नययन के लिए प्रयास किए जाएंगें। मास्टर क्रॉफ्टसमैन द्वारा इच्छुक प्रतिभागियों को विभिन्न कार्यो का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। ‘पहल’ कार्यक्रम के माध्यम से विकास की गति को और तेज करने के लिए सामुहिक दायित्व की भावना से सुदृढ प्रयास किए जाएंगें।