27 जुलाई को 21वीं सदी का सबसे लंबा खग्रास चंद्र ग्रहण, इन राशियों के लिए शुभ है ग्रहण...

चन्द्रग्रहण : ग्रहण समाप्त होने के बाद भी कर सकते हैं… दान

माघ पूर्णिमा का दिन शास्त्रों में दान पुण्य और पूजन के लिए बहुत ही खास माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए दान पुण्य से मोक्ष का द्वार खुलता है। लेकिन इस साल माघ पूर्णिमा जो 31 जनवरी को यानि आज  है उस दिन ग्रहण भी लग रहा है। संयोग ऐसा बना है कि सूर्योदय के कुछ घंटों के बाद ही ग्रहण का सूतक लग जाएगा और मंदिरों के दरवाजे बंद हो जाएंगे।,इसका कारण यह है कि ग्रहण का स्पर्श काल यानी आरंभ शाम 5 बजकर 18 मिनट 27 सेकंड पर हो रहा है। पंडित जयगोविंद शास्त्री बताते हैं कि, शास्त्रों के अनुसार चन्द्रग्रहण का सूतक ग्रहण आरंभ होने से 9 घंटे पहले लगता है जबकि सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले। इस नियम के अनुसार ग्रहण का सूतक 31 जनवरी की सुबह 8 बजकर 18 मिनट पर लग जाएगा। माघ पूर्णिमा के दिन चन्द्रग्रहण का लगना एक दिव्य संयोग माना जा रहा है। इस अवसर पर स्नान और दान-पुण्य का लाभ सामान्य दिनों से कई गुणा अधिक प्राप्त होगा। लेकिन दान पुण्य करने वालों को यह ध्यान रखना चाहिए कि जो भी करना हो वह सुबह 8 बजे से पहले करलें।

वैसे शास्त्रों के दिशानिर्देश के अनुसार ग्रहण के मौके पर दान करने के लिए सबसे उत्तम समय वह माना गया है जब ग्रहण का मोक्ष काल समाप्त हो जाता है। यानी ग्रहण समाप्त होने के बाद दान करना चाहिए। इस नियम के अनुसार 31 जनवरी की रात 8 बजकर 41 मिनट 11 सेकंड के बाद स्नान करके दान करना उत्तम फलदायी रहेगा। शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि ग्रहण से पूर्व और इसके बाद भी स्नान करना चाहिए इसलिए जो लोग माघ पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करना चाह रहे हैं उनके लिए पूरा दिन स्नान के लिए शुभ रहेगा।

चन्द्रग्रहण का समय

  • ग्रहण का स्पर्श कालः- शाम 5 बजकर 18 मिनट 27 सेकंड
  • खग्रास आरंभः- शाम 6 बजकर 21 मिनट 47 सेकंड
  • ग्रहण मध्यः शाम 6 बजकर 59 मिनट 50 सेकंड
  • खग्रास समाप्तः शाम 7 बजकर 37 मिनट 51 सेकंड
  • ग्रहण मोक्षः रात 8 बजकर 41 मिनट 11 सेकंड

ग्रहण काल में क्या करें

  • चन्द्रग्रहण कर्क राशि में लग रहा है। ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए चन्द्रमा का मंत्र- ‘ओम सोम सोमाय नमः’ का जितना हो सके जप करें।
  • महामृत्युंजय मंत्र और अपने ईष्टदेवता एवं राशि का मंत्र जपना शुभ रहेगा।

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