- दीपावली पूजन मुहूर्त ;इस साल दिवाली का पर्व 12 नवम्बर 2023 रविवार, के दिन मनाया जा रहा है। ऐसे में इस दिन पूजन का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहेगा।
पूजन शुभ समय – प्रातः 8 बजकर 2 मिनट से दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक।
दोपहर 1 बजकर 34 मिनट से दोपहर 2 बजकर 57 मिनट तक।
शाम 5 बजकर 42 मिनट से रात 10 बजकर 34 मिनट तक।
स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजन का समय –
स्थिर वृश्चिक लग्न – प्रातः 7 बजकर 15 मिनिट से प्रातः 9 बजकर 34 मिनट तक।
स्थिर कुम्भ लग्न – दोपहर 1 बजकर 21 मिनट से दोपहर 2 बजकर 50 मिनट तक।
स्थिर वृषभ लग्न – शाम 5 बजकर 52 मिनट से रात 7 बजकर 48 मिनट तक।
स्थिर सिंह लग्न – रात 12 बजकर 23 मिनट से रात 2 बजकर 50 मिनट तक।
ध्यान रहे कि 13 नवम्बर 2023 सोमवार के दिन केवल देव पितृ कार्य के लिए सोमवती अमावस्या का पर्व रहेगा। - दिवाली पर क्या करें?
दिवाली के दिन प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ एवं सुन्दर वस्त्र धारण करें।
दिन में पकवान बनाएं और घर सजाएं। अपने से बड़ों का आशीर्वाद लें।
शाम को पूजा से पहले पुनः स्नान करें।
इसके बाद लक्ष्मी-गणेश की विधि-विधान से पूजा करें।
व्यावसायिक प्रतिष्ठान, गद्दी की भी विधिपूर्वक पूजा करें।
घर के मुख्य द्वार पर दिपक जलाएं।दिवाली पर क्या न करें?
दिवाली के दिन घर के प्रवेश द्वार पर या घर के अंदर कहीं भी गंदगी न रहने दें।
इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को दरवाजे से खाली हाथ न लौटाएं।
दिवाली के दिन जुआ न खेलें, शराब पीने और मांसाहारी भोजन लेने से बचें।
भगवान गणेश की ऐसी मूर्ति न रखें, जिसकी सूंड दाहिनी ओर हो।
किसी को लेदर से बना तोहफा, धारदार तोहफा और पटाखे न दें।
दीपावली के दिन न कर्ज दें और न लें।
पूजा स्थल को रात भर खाली न छोड़ें। उसमें इतना घी या तेल डालेंं की वह पूरी रात जलता रहे।दिवाली उपाय (Diwali 2023 Upay)
दिवाली की रात पूजा के दौरान मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर जी को प्रसन्न करने के लिए उनके प्रिय भोग अर्पित करें।
लक्ष्मी जी को खीर या फिर दूध से बनी सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और उनको मोदक या फिर लड्डू का भोग लगाएं।
वहीं कुबेर देवता को साबुत धनिया चढ़ाएं।
मान्यता है कि दिवाली पर ऐसा करने से लक्ष्मी-गणेश और कुबेर प्रसन्न होंगे और आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देंगे।