- प्रधानमंत्री ने किया 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी जल विद्युत परियोजना का निरीक्षण
- एसजेवीएनएल के अधिकारियों ने करवाया प्रधानमंत्री को परियोजना की तकनीकी विशेषताओं व कार्यों से अवगत
- यह परियोजना भारत सरकार व हिमाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वावधान में की गई है तैयार
- नेपाल के प्रधानमंत्री ने जताया नाथपा झाकड़ी परियोजना पर संतोष
- एसजेवीएनएल की जल विद्युत परियोजनाओं में अनुभव व विशेषज्ञता की सहायता से नेपाल में और अधिक परियोजनाओं का होगा कार्यान्वयन सफलतापूर्वक : प्रचंड
- एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.एन. मिश्रा ने दी परियोजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति
शिमला: शिमला जिले की सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) की 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी जल विद्युत परियोजना का नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने आज दौरा किया। इस दौरान उनके साथ भारतीय व नेपाल का प्रतिनिधिमण्डल भी शामिल था। प्रचंड ने परियोजना के अंडरग्राउंड पावरहाउस व हार्ड कोटिंग प्लांट का निरीक्षण किया, जो देश का सबसे बड़ी अंडरग्राउंड परियोजना है। एसजेवीएनएल के अधिकारियों ने नेपाल के प्रधानमंत्री को परियोजना की तकनीकी विशेषताओं व कार्यों के बारे में अवगत करवाया। यह परियोजना भारत सरकार व हिमाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वावधान में तैयार की गई है।
- एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.एन. मिश्रा ने दी परियोजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति
एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.एन. मिश्रा ने नाथपा झाकड़ी तथा जल विद्युत परियोजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी। इससे पूर्व, ऊर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया ने प्रदेश सरकार की ओर से नेपाल के प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत किया। मुख्य संसदीय सचिव नंद लाल तथा सांसद राम स्वरूप शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर पर नेपाल के विदेश मामले मंत्री डॉ. प्रकाश शराह महत, नेपाल के अधोसंरचना तथा परिवहन मंत्री रमेश लखैक, नेपाल के सांसद पदम नारायण चौधरी, लालबाबू रौत, योगन्द्र चौधरी, टेक बहाहुद बसनेट, जुन्गीलाल राय, पूर्व सासंद प्रतिभा राणा, नेपाल के राजदूत रणजीत रे, केन्द्रीय विदेशी मामले के संयुक्त सचिव सुधाकर दलेला, केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त सचिव रचना अग्रवाल, प्रदेश सरकार व एसजेवीएनएल के वरिष्ठ अधिकारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
एसजेवीएनएल की जल विद्युत परियोजनाओं में अनुभव व विशेषज्ञता की सहायता से नेपाल में और अधिक परियोजनाओं का होगा सफलतापूर्वक कार्यान्वयन : प्रचंड
प्रचंड ने परियोजना में गहरी रूचि दिखाई तथा कहा कि एसजेवीएनएल नेपाल में भी कुछ जल विद्युत परियोजना का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 900 मेगावाट के अरूण-3 जल विद्युत परियोजना के कार्यान्वयन के लिए मई 2014 में पहले ही समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने नाथपा झाकड़ी परियोजना पर संतोष व्यक्त किया तथा कहा कि एसजेवीएनएल की जल विद्युत परियोजनाओं में अनुभव व विशेषज्ञता की सहायता से नेपाल में और अधिक परियोजनाओं का कार्यान्वयन सफलतापूर्वक होगा।
- अरूण-3 जल विद्युत परियोजना के शुरू होने से भारत व नेपाल के बीच रिश्तों का नया अध्याय आरम्भ : पीयूष गोयल
केन्द्रीय विद्युत राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अरूण-3 जल विद्युत परियोजना के आरम्भ होने से भारत व नेपाल के बीच रिश्तों का नया अध्याय आरम्भ हुआ है। परियोजना का कार्य शीघ्र आरम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत व नेपाल कुछ अन्य परियोजनाओं पर मिलकर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि पड़ोसी देश ने भारत पर विश्वास जताया है, जो इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में कारगार सिद्ध होगा। गोयल ने हिमाचल सरकार द्वारा चिनाब तलहटी में बनी जल विद्युत परियोजनाओं पर 12 प्रतिशत कर में छूट देने के प्रयासों की सराहना की, इससे इन परियोजनाओं के पुनः आरम्भ करना संभव होगा।
- प्रदेश सरकार राज्य में उपलब्ध जल विद्युत क्षमता के दोहन के लिए कर रही हर संभव प्रयास : पठानिया
कृषि एवं ऊर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया ने नेपाल के प्रधानमंत्री का नाथपा झाकड़ी का दौरा करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में उपलब्ध जल विद्युत क्षमता के दोहन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और प्रदेश सरकार ने कुल विद्युत विक्रय का एक प्रतिशत परियोजना प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के कल्याण के लिए खर्च करने को ऐतिहासिक निर्णय लिया है।