राज्यसभा सांसद चुनाव के लिए कांग्रेस सरकार विधायकों पर बना रही दबाव : जयराम
राज्यसभा सांसद चुनाव के लिए कांग्रेस सरकार विधायकों पर बना रही दबाव : जयराम
बोले- प्रदेश पुलिस विधायकों के फोन टैप करने में व्यस्त, कानून व्यवस्था चरमराई शिमला: भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार और विशेष तौर से मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेताओं के ओर से विधायकों के ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप विधायक चुने गए प्रतिनिधि हैं और उनको अपने वोट देने का अधिकार है। विधायकों पर दबाव डालने की प्रक्रिया शुरू की गई है। 22 फरवरी को कांग्रेस पार्टी विधायक दल के मुख्य सचेतक हर्षवर्धन द्वारा जारी एक बयान में लिखा गया है कि राज्यसभा के इस चुनाव में कॉंग्रेस पार्टी के कैंडिडेट ही वोट डालेंगे। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इलेक्शन कमीशन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की ओर से कहा गया है कि कभी व्हिप जारी ही नहीं किया जा सकता। लेकिन उसके बावजूद भी कांग्रेस पार्टी द्वारा व्हिप जारी किया गया है। इससे कांग्रेस सरकार की मंशा साफ दिखती है कि विधायकों के ऊपर दबाव डाला जाए और उस दबाव के तहत विधायकों को यह कहा जा रहा है कि अगर आपने व्हिप का उल्लंघन किया तो आपकी विधानसभा सदस्यता जाएगी। नेता प्रतिपक्ष ने वर्तमान मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक दल की बैठक में कांग्रेस के विधायकों को यह निर्णय बताते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ बैठक में कहा कि इसमें MANDATORY है कि जब वोट डाला जाएगा तो दोनों पार्टी की ओर से ऑथोराइज्ड एजेंट अपनी पार्टी के उस ऑथोराइज्ड एजेंट को वोट डालने के बाद वोट दिखाना होगा और विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वोट दिखाने के बाद किसी भी मेंबर ने अगर क्रॉस वोटिंग की है तो उसका वोट इनवैलिड होगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऑथोराइज्ड इलेक्शन एजेंट सिर्फ वोट को देख सकते लेकिन उसको इनवैलिड करने की कोई भी ताकत उसमें नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्यसभा की एक सीट का चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से हर्ष महाजन है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के पश्चात पहला निर्णय प्रदेश सरकार ने यह लिया था कि हम वॉटर सैस लगाएंगे। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की सीट के लिए जिस प्रकार से सरकार का और सत्ता का उपयोग दबाव के लिए किया जा रहा है ये भी उचित नहीं है।