जिलाधीश ने दियोटसिद्ध में की मेलों की तैयारियों की समीक्षा

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले के दौरान मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा

चैत्र मास मेलों के प्रबंधों में न रहे कोई कमी: अमरजीत सिंह

दियोटसिद्ध:  उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में 13 मार्च से 14 अपै्रल तक आयोजित किए जाने वाले चैत्र मास मेलों की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के आयुक्त अमरजीत सिंह ने मंगलवार को यहां विभिन्न विभागों और न्यास के अधिकारियों के साथ बैठक करके मेलों की तैयारियों की समीक्षा की।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इन मेलों के दौरान बाहर से बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। इस दौरान पूरे क्षेत्र में यातायात एवं कानून व्यवस्था, पेयजल और बिजली की आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, सफाई तथा अन्य सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहनी चाहिए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले के दौरान मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा।

जिलाधीश ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पूरे दियोटसिद्ध क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए। अमरजीत सिंह ने कहा कि चैत्र की समाप्ति के बाद बैसाख और ज्येष्ठ के महीनों में भी यानि जून तक दियोटसिद्ध में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। सभी विभागों को इसी के अनुसार तैयारी करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस बार इसी अवधि के दौरान लोकसभा के चुनावों भी होंगे, जिस कारण पुलिस एवं होमगार्ड कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी संभव नहीं हुई तो मंदिर परिसर और आस-पास के क्षेत्रों के विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए स्थानीय वॉलंटियर्स, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस या नेहरू युवा केंद्र के वॉलंटियर्स की सेवाएं भी ली जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर और इसके आसपास के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय लोगों, महिला मंडलों और अन्य संगठनों की मदद भी ली जानी चाहिए।

जिलाधीश ने कहा कि मेलों के सुचारू आयोजन के लिए एसडीएम बड़सर को मेला अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जबकि एसडीपीओ बड़सर मेला पुलिस अधिकारी होंगे। बड़सर के बीएमओ मेला चिकित्सा अधिकारी होंगे। पूरे क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस और होमगार्ड्स की तैनाती के अलावा 117 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस कंट्रोल रूम से भी कड़ी नजर रहेगी। जिलाधीश ने अग्निशमन विभाग के अधिकारियों कोे सभी हाइड्रेंट और अग्निशमन उपकरणों को चैक करने तथा पूरे परिसर का फायर ऑडिट करने के निर्देश भी दिए।

अमरजीत सिंह ने एचआरटीसी के अधिकारियों से कहा कि दिव्यांग और वृद्ध श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ई-टैक्सी की व्यवस्था होनी चाहिए। बैठक में चिकित्सा सुविधा, पार्किंग व्यवस्था, बस एवं टैक्सी सुविधा, लंगर व्यवस्था और अन्य प्रबंधों को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई।

उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के आसपास के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और लाइटिंग व्यवस्था इत्यादि पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। मंदिर की ओर जाने वाले सभी मुख्य मार्गों पर आकर्षक गेट भी लगाएं। उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास की ओर से भी इस दिशा में योजना बनाई जा रही है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा की पवित्र धरा में प्रवेश का सुखद अनुभव हो सके।

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