रणधीर शर्मा बोले- आपदा के समय सरकार को बुलानी चाहिए थी ऑल पार्टी मीटिंग
रणधीर शर्मा बोले- आपदा के समय सरकार को बुलानी चाहिए थी ऑल पार्टी मीटिंग
• राहत मैनुअल में काफी कमियां, समय सीमा कम
• नुकसान की रिपोर्ट बनी नहीं, 8000 करोड़ मांग रही सरकार
शिमला: भाजपा मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा इस आपदा की घड़ी में कांग्रेस सरकार को जिस प्रकार से सभी राजनीतिक दलों को साथ लेकर काम करना चाहिए था उसमें सरकार नाकाम रही है। अभी तक सरकार ने हिमाचल की ऑल पार्टी मीटिंग कॉल नहीं की है, जिससे अनेकों सुझाव सरकार को आ सके।
उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि ऐसी त्रासदी के समय भी सरकार एकजुट होकर काम नहीं कर रही, एकता का अभाव सामने नजर आ रहा है।
इतनी बड़ी आपदा में मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा बड़ा हेलीकॉप्टर लेकर उसमें अपने कुछ चुनिंदा मित्रों को बिठाकर अलग से कर रहे हैं, जल शक्ति मंत्री मुकेश अग्निहोत्री अपने हिसाब से अलग से दौरा कर रहे हैं और प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह अपने बेटे लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ अलग से प्रभावित क्षेत्रों का प्रवास कर रही है। सब अलग अलग दौरा कर रहे है, तो क्या ऐसे समय में सरकार ने जब बड़ा हेलीकॉप्टर लिया यह सभी मंत्री और प्रमुख विभाग से संबंधित मंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते और इन विभागों के अधिकारियों को एक निर्देश देते तो ऐसे में समय की बचत होती। आज सरकार की एकजुटता पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा यही नहीं एक जगह त्रासदी है, प्रभावितों को राहत देने की बात है। नुकसान की भरपाई करने की बात है, पुनर्वास की आवश्यकता है, पुनर्निर्माण की आवश्यकता है और दूसरी तरफ सरकार के मंत्री एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं। अगर एक मंत्री बयान देता है तो सरकार उस पर कार्रवाई करने के बजाय बाकी मंत्री उसका खंडन करते हैं।
अभी भी हिमाचल के लोग गायब है, गांव से संपर्क टूट गया है, बिजली पानी नहीं है, इन सब व्यवस्थाओं को फिर से पटरी पर लाने के लिए जो प्रयास होने चाहिए वह दिख नहीं दे रहा।
शर्मा ने कहा पुनर्निर्माण और पुनर्वास जैसे कार्य अभी शुरू ही नहीं हुए हैं। प्रमुख सड़कों पर लैंडस्लाइड हो गया पर यह सरकार अभी तक स्लिप भी नही उठा पाई। इनसे सड़के नहीं खुल रही और नीचे कांग्रेस के छुट भैया नेताओ में काम लेने की होड़ लगी है। मूलभूत आवश्यकताएं बिजली और पानी अभी तक बहाल नहीं हो पाए हैं।
यह सरकार केवल अपनी पीठ थपथपाना का कार्य सरकार कर रही है। राहत में नियम तो पिछले कल जारी होता है परंतु 3 रु लीटर डीजल उससे पहले ही महंगा कर दिया, जाता को राहत देने से पहले प्रभावितों पर आर्थिक बोझ लादने का काम इस सरकार ने किया है।
यह गलत समय पर गलत निर्णय है, भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है।
उन्होंने कहा कि राहत मैनुअल में समय सीमा भी गलत है, 7 जुलाई से 15 जुलाई कम समय सीमा है।
मैनुअल में कई विषय छूट गए हैं, जैसे पूरे घर ही बह गए उनको कितना पैसा मिलेगा। शायद यह सरकार एक और राहत मैनुअल जारी करेगी।
अभी भी बारिश जारी है और अभी भी लोगों को भारी नुकसान पहुंच रहा है और हिमाचल में तो बारिश रुकने के बाद भी काफी नुकसान झेलना पड़ता है।
उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश सरकार की हालत तो यह है कि एक एसडीएम 10 रु का चाय का कप 50 रु का खरीदते है, पर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। आम आदमी के साथ क्या हो रहा होगा।
भारतीय जनता पार्टी केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का हिमाचल प्रदेश को हर प्रकार सहयोग देने का धन्यवाद करती है।
जिस प्रकार से केंद्र सरकार ने 361 करोड रुपए हिमाचल प्रदेश को दिए हैं उसके लिए हम धन्यवादी है।
प्रदेश सरकार को भी केंद्र सरकार का धन्यवाद करना चाहिए, प्रदेश सरकार में केवल मात्र पैसे मांगने की होड़ लगी है।
अभी प्रदेश सरकार से कोई आंकलन तो हो नहीं रहा है पर हर मंत्री अलग-अलग रूप से मीडिया के माध्यम से पैसे मांग रहे है, कोई चार हजार करोड़, कोई सात हजार करोड़, कोई आठ हजार करोड़। इस प्रकार से कोई पैसा नहीं आता है पहले आंकलन करना चाहिए और उसके बाद पैसे मांगने चाहिए।
उनके साथ प्रेस वार्ता में सह मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा और प्रत्याशी रवि मेहता उपस्थित रहे।