एसजेवीएन के जलविद्युत स्टेशनों ने एकल दिवस में 50.498 मि.यू. का किया सर्वकालिक उच्च विद्युत उत्पादन -सीएमडी नन्द लाल शर्मा
एसजेवीएन के जलविद्युत स्टेशनों ने एकल दिवस में 50.498 मि.यू. का किया सर्वकालिक उच्च विद्युत उत्पादन -सीएमडी नन्द लाल शर्मा
शिमला: एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश में अपने दो जलविद्युत स्टेशनों से एकल दिवस में 50.498 मि.यू. विद्युत उत्पादन का नए रिकॉर्ड स्थापित किए। दिनांक 17 जुलाई 2023 को 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन ने एक ही दिन में 39.527 मि.यू. और 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन ने 10.971 मि.यू. विद्युत उत्पादन के साथ नया रिकॉर्ड बनाया है।
नन्द लाल शर्मा ने अवगत करवाया कि एनजेएचपीएस ने 39.527 मि.यू. का नया माईलस्टोन हासिल किया है और इस प्रकार दिनांक 29.08.2022 के 39.526 मि.यू. के अपने गत विद्युत उत्पादन रिकार्ड को पार किया है।रामपुर जलविद्युत स्टेशन ने भी दिनांक 16.07.23 के अपने गत विद्युत उत्पादन रिकार्ड 10.954 मि.यू. को पार करते हुए 10.971 मि.यू. का नया रिकार्ड कायम किया है।
शर्मा ने कहा कि “हमारी उपलब्धियाँ कुशल प्रबंधन, इष्टतम प्रचालन एवं अनुरक्षण कार्य-प्रणाली के साथ-साथ परियोजना घटकों की उचित मरम्मत एवं अनुरक्षण का परिणाम हैं, जिसने अधिकतम दक्षता और उत्पादकता प्राप्त करने में योगदान दिया है।”
नन्द लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन के विद्युत स्टेशनों ने विद्युत उत्पादन में सकारात्मक प्रगति जारी रखी है। वर्तमान वित्तीय वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान एसजेवीएन के सभी प्रचालनरत सौर एवं पवन विद्युत स्टेशनों से कुल विद्युत उत्पादन 101.051 मिलियन यूनिट रहा है, जो गत वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 73.04% अधिक है।
इसके अतिरिक्त, 50 मेगावाट सादला पवन विद्युत स्टेशन ने जून 2023 में 15.039 मि.यू. का उच्चतम मासिक विद्युत उत्पादन हासिल किया है, जिसने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11.119 मि.यू. के अपने गत रिकार्ड को पार कर लिया है।
नन्द लाल शर्मा ने सभी कर्मचारियों को बधाई दी तथा केंद्रीय विद्युत मंत्री, विद्युत मंत्रालय और जहां एसजेवीएन के विद्युत स्टेशन स्थित हैं उन राज्यों की सरकारों को निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए विशेष धन्यवाद व्यक्त किया।
एसजेवीएन वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट स्थापित क्षमता के अपने साझा विजन को प्राप्त करने के लिए तीव्रता से अग्रसर है।