सीमा पर मोबाइल कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए हो रहे तेज़ी से कार्य : अनुराग ठाकुर

भारत-चीन सीमा से सटे सभी गांवों तक जल्द फ्री-डिश, आकाशवाणी भी होगी मजबूत: अनुराग ठाकुर

14000 फ़ीट पर छात्रों संग खेला वॉलीबॉल व टेबल टेनिस ; वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के अन्तर्गत लेह-लद्दाख की तीन दिवसीय यात्रा पर अनुराग ठाकुर 15000 फ़ीट पर भारत चीन सीमा पर जवानों से मिले

लेह: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के अन्तर्गत तीन दिवसीय लेह- लद्दाख यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने लेह से 211 किलोमीटर दूर, भारत- चीन सीमा से लगे गांव ‘करजोक’ में रात बिताई।

इसके अतिरिक्त युवा एवं खेल मामलों के मंत्री ने 14000 फीट की ऊंचाई पर पुगा आवासीय विद्यालय के अपने दौरे के दौरान युवाओं संग वॉलीबॉल भी खेला और युवाओं के आमंत्रण रात्रि में मोबाइल फ़ोन की रौशनी में टेबल टेनिस में भी हाथ आजमाया। ठाकुर ने कहा कि लेह लद्दाख के युवा प्रतिभा से भरे हैं। 2014 से पहले इनकी प्रतिभा को देखने वाला कोई नहीं था। आज मोदी जी के नेतृत्व में इनकी प्रतिभा को तराशा जा रहा है।” ठाकुर ने कारजोक व पुगा में खेल उपकरण भी वितरित किये।

भारत चीन सीमा से सटे गावों के विकास के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार भारत-चीन सीमा पर स्थित इलाकों में प्रसारण तथा नेटवर्क कनेक्टिविटी बढाने के लिये कृत संकल्पित हो कर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, हम जल्द भारत-चीन सीमा पर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को दूरदर्शन फ्री डिश का कनेक्शन उपलब्ध कराएँगे. इसके अलावा बेहतर मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने हेतु भी तेज़ी से कार्य किये जा रहे हैं।”

उल्लेखनीय है कि डीडी “फ्री-डिश” प्लेटफार्म के जरिए सीमावर्ती और सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य हासिल करने के लिये सरकार ने सीमावर्ती इलाकों के गांवों में 1.5 लाख मुफ्त “फ्री-डिश” वितरित करने का प्रस्ताव किया था।
 
ठाकुर ने आगे कहा, “हम लेह लद्दाख को विकास के मामले में बाकी भारत के समकक्ष लाने हेतु लगातार काम कर रहे हैं. फिजिकल कनेक्टिविटी जैसे सड़क, पुल, टनल इत्यादि के साथ साथ हम यहाँ डिजिटल कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित कर रहे हैं. पर्यटन हो या खेल, मोदी सरकार लेह लद्दाख की सभी बुनियादी जरूरतों को जल्द से जल्द पूरा करेगी.”

“मोदी सरकार द्वारा चलाये जा रहे वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत वे लेह-लद्दाख के तीन दिवसीय दौरे पर आये हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों संग विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक की।

इसके पश्चात केंद्रीय मंत्री अधिकारियों के एक दल और स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ खारनाक और समद गांव के लोगों से मिले और उनके साथ समय बिताकर उनकी आशाओं-आकांक्षाओं व समस्याओं को सुना। ठाकुर ने इस दौरान खारनाक में ‘दाध खारनाक राजमार्ग’ से जुड़ने वाली पीएमजीएसवाई सड़क का उद्घाटन भी किया।
 
 ठाकुर ने 32 परिवारों के लिये आवास, सौर ऊर्जा, पेयजल, साइक्लिंग ट्रैक, कृत्रिम झील और पर्यटन सब्सिडी सम्बंधी अनेक विषयों पर चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने सीमा सुरक्षा, सड़क, मोबाइल टावरों के विकास, वन्यजीव के मुद्दों, जीवन्त ग्रामीण कार्यक्रम में समावेश, एक ही इलाके में घुमंतू समुदाय को बसाने जैसे अन्य कई मुद्दों पर भी सार्थक वार्तालाप किया।

स्थानीय लोगों संग बातचीत में  ठाकुर कहा कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख में अनेक विकास कार्य हुये हैं. आज यहाँ लोगों को सीधे खाते के सरकारी सहायता मिल रही है, 24 घंटे बिजली है, 21,000 करोड़ रुपये की लागत से अति-वृहद सौर संयंत्र लग रहा है, आजीविका के बेहतर अवसर मिल रहे हैं, लेह में 375 मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी दी गयी है।”

ठाकुर ने कहा कि आज सुदूर से सुदूर छांगथांग इलाके में भी हर घर को जल जीवन मिशन (जेजेएम) के अंतर्गत पानी की आपूर्ति की जा रही है। इस दौरान  ठाकुर ने छांगथांग और आसपास के गांवों में विकास में बढ़ोतरी करने वाली अनेक योजनाओं का अनावरण किया। इन पहलों में बेहतर कनेक्टिविटी के लिये बुनियादी ढांचे को उन्नत बनाना तथा क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य की बुनियाद पर इको-पर्यटन को प्रोत्साहन देना शामिल है।  ठाकुर ने गांव वालों को भरोसा दिलाया कि सरकार इन योजनाओं के कारगर क्रियान्वयन के लिये हर जरूरी समर्थन व संसाधन उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास से छांगथांग में भी पर्यटन का विकास होगा।

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