विक्रमादित्य सिंह ने राज्य में सड़कों के विकास और सुधार के लिए सीआरआईएफ के तहत केंद्रीय मंत्री से मांगे 500 करोड़

हिमाचल : लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार सांय नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से राज्य में सड़कों के विकास और सुधार के लिए केंद्र सरकार से केंद्रीय सड़क अधोसंरचना कोष (सीआरआईएफ) के तहत 500 करोड़ रुपये की मांग की।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से राज्य में ‘भारतमाला परियोजना’ के तहत सैद्धांतिक रूप से स्वीकृत 1254 किलोमीटर लम्बी नौ सड़कों के प्रस्ताव को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया। उन्होंने टिक्कर-जरोल-गाहन-ननखड़ी-खमाड़ी सड़क के उन्नयन और जिला ऊना में सीआरआईएफ के तहत स्वॉं नदी पर 560 मीटर लंबे पुल के निर्माण के राज्य के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए आदेश पारित करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने बताया कि बिहरू से लठियानी राष्ट्रीय राजमार्ग-503-ए में 153 किलोमीटर लंबे मिसिंग लिंक के लिए मंजूरी भी लंबित है। उन्होंने संशोधित अनुमानों के कारण लम्बित ठियोग बाईपास को शीघ्र ही स्वीकृति प्रदान करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से वार्षिक योजना 2023-24 में नालागढ़ से स्वारघाट तक 31.275 किलोमीटर, कालाअंब-पांवटा साहिब-देहरादून का 50 किलोमीटर, अंब से ऊना और पंजाब सीमा से नादौन तक 85 किलोमीटर और 4 किलोमीटर के ऊना बाईपास भाग को राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन परियोजनाओं के तहत तथा नाहन से कुमारहट्टी तक 73 किलोमीटर, चक्की-बनीखेत-चंबा-भरमौर का 52 किलोमीटर, जलोड़ी पास में 4.20 किलोमीटर डबल लेन टनल के निर्माण को डबल लेन परियोजनाओं के तहत स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने वार्षिक योजना 2023-24 के तहत खड़ापत्थर में  2.80 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण के लिए परियोजना प्रबन्धन एजेंसी को शामिल करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने राज्य लोक निर्माण विभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग विंग को सुदृढ़ करने पर भी चर्चा की।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने लम्बित परियोजनाओं को समय पर पूर्ण करने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

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