हिमाचल विधानसभा बजट सत्र का पहला दिन: विधायक निधि बंद करने पर विपक्ष का वाकआउट

हिमाचल: विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन विधायक निधि बहाल करने पर विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। विपक्ष ने नियम 67 के तहत विधायक निधि पर चर्चा के लिए प्रस्ताव रखा था। विपक्ष ने कहा कि सारा काम रोककर इस पर चर्चा की जाए कि विधायक क्षेत्र विकास निधि का पैसा क्यों रोका गया है। इससे सदन में दोनों पक्षों में खूब नोकझोंक हुई। प्रश्नकाल शुरू होने के एलान के साथ ही  भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि विधायक क्षेत्र विकास निधि की अंतिम किस्त से हमें वंचित कर दिया गया है। विवेकाधीन अनुदान भी रोका गया है। परमार ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों को जो निधि मिलती है, उसके लिए नोटिस दिए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कार्यकाल में विधायक क्षेत्र विकास निधि को दो करोड़ रुपये किया गया है। मार्च आ गया है। अभी तक तीसरी किस्त नहीं दी गई है। 

मुख्ममंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि वे तो खुद विधायक रहे हैं और हमेशा विधायकों के अधिकार के लिए लड़ते रहे हैं। विधायक निधि बंद नहीं की, रोकी गई है। जैसे ही स्थिति सुधरेगी विधायक निधि बहाल कर दी जाएगी। इस जबाव से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और नारेबाजी के साथ वाकआउट कर दिया।

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