- भारत में सक्षम रूप से सरकारी सेवाएं देने की दिशा में निजी क्षेत्र की विशेषज्ञता का लाभ उठाने के बारे में सम्मेलन
नई दिल्ली: भारत में सक्षम रूप से सरकारी सेवाएं देने की दिशा में निजी क्षेत्र की विशेषज्ञता का लाभ उठाने के बारे में आज नई दिल्ली में एक सम्मेलन का आयोजन प्रशासनिक सुधार तथा लोक शिकायत विभाग ने फिक्की के सहयोग से किया। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया लक्ष्य को पूरा करने में ई-गवर्नेंस व्यवस्था लागू करने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए केद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधान मंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक लोक शिकायत तथा पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सार्वजनिक और निजी तरीके से काम करने की प्रणाली में प्रवेश कर चुका है। जब देश 1947 में आजाद हुआ तब भारत की बहुत अधिक निर्भरता सार्वजनिक क्षेत्र पर थी। उन्होंने कहा कि अब हम विकास के चरण में हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रश्न उपलब्ध अवसरों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने का है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि निजी क्षेत्र को रोजगार सृजक की भूमिका अपनानी चाहिए न कि रोजगार चाहने वालों की भूमिका। उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया कार्यक्रम की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्रों का प्रयास नागरिक केंद्रित होना चाहिए और उनके काम तभी ठीक होंगे जब वह सामाजिक रूप से प्रासंगिक होंगे। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सभी गु्प सी तथा ग्रुप डी पदों के लिए साक्षात्कार की व्यवस्था 1 जनवरी, 2016 से समाप्त की जा रही है।