शिमलाः हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग ने लाहुल स्पीति में चुनावी कार्यक्रम और गतिविधियों को सुचारू चलाने के लिए की सरकार से तीन हेलीकॉप्टर की माँग की। घाटी में चुनाव ड्यूटी के लिए 150 से ज्यादा कर्मचारी लाहुलस्पीति जायेंगें। वहीं निर्वाचन विभाग ने बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन से चुनाव के लिए रोहतांग सुरंग उपयोग करने की अनुमति मांगी है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लोक सभा चुनाव के लिए श्रमशक्ति और उपकरण पहुंचाने के लिए सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) से 8.8 किलोमीटर लंबी रोहतांग सुरंग से आवाजाही की अनुमति मांगी है । निर्वाचन विभाग ने चुनाव सामग्री और कर्मचारियों को घाटी में ले जाने और वापिस लाने के लिए सुरंग उपयोग की अनुमति देने का आग्रह किया है। बीआरओ मनाली-लेह राजमार्ग पर बर्फ हटाने की तैयारी कर रहा है। बैठक में बीआरओ ने आश्वासन दिया है कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह में बर्फ हटाने का कार्य शुरु कर दिया जाएगा और 13050 ऊंचे रोहतांग पास को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने बताया कि विभाग निवार्चन को निर्बाध सम्पन्न करवाने के लिये सरकार से तीन हेलिकॉप्टर की मांग भी की है, जिससे चुनाव में किसी भी तरह की मुश्किल पैदा न हो। मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल ने मंगलवार को शिमला में आयोकजत एक बैठक में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की बैठक करते हुए ग्रामीण सडक़ों और पोलिंग बूथ को जोडऩे वाले रास्तों के रखरखाव के निर्देश दिए। उन्होंने भूस्खलन की संभावना को देखते हुए सडक़ों को बहाल करने के लिए श्रमशक्ति और मशीनरी तैयार रखने के निर्देश भी दिए।
बैठक के दौरान निर्वाचन अधिकारियों की सुरक्षा के लिए एयर एम्बूलेंस का प्रावधान करने पर चर्चा हुई ताकि किसी आपात स्थिति में उन्हें बाहर निकालकर तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके। सामान्य प्रशासनिक विभाग को ऐसी स्थिति में में चिकित्सा सुविधा और बचाव दल से युक्त हैलीकॉप्टर उपलब्ध करवाने का कार्य सौंपा गया है।