प्रत्येक मामले को निपटाने के लिए होनी चाहिए तय समय सीमा : न्यायमूर्ति सूर्य कांत

  • आज के परिदृश्य में त्वरित एवं प्रभावी न्याय प्रदान करना न्यायपालिका के समक्ष बहुत बड़ी चुनौती: न्यायमूर्ति सूर्य कांत
  •  बार व बैंच का अस्तित्व तभी सार्थक होगा जब वे गरीब व्यक्ति के आंसू पोंछने के योग्य हों: न्यायमूर्ति सूर्य कांत
  • मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्य कांत का हि.प्र. उच्च न्यायालय में फुल कोर्ट स्वागत

शिमला: हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पदभार सम्भालने के उपरान्त न्यायमूर्ति सूर्य कांत के स्वागत में आज हि.प्र. उच्च न्यायालय में फुल कोर्ट स्वागत सम्बोधन का आयोजन किया गया।

रजिस्ट्रार जनरल राजीव भारद्वाज ने कार्यवाही का संचालन किया। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति डी.सी. चौधरी, न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा तथा न्यायमूर्ति चन्द्र भूषण बारोवालिया इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने कहा कि आज के परिदृश्य में त्वरित एवं प्रभावी न्याय प्रदान करना न्यायपालिका के समक्ष बहुत बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मामले को निपटाने के लिए तय समय सीमा होनी चाहिए और सभी हितधारकों को इस दिशा में कार्य करना चाहिए ताकि लक्ष्य तक पहुंचा जा सके। गरीब तथा जरूरतमंदों को न्याय प्रदान करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि बार तथा बैंच का अस्तित्व तभी सार्थक होगा जब वे गरीब व्यक्ति के आंसू पोंछने के योग्य हों। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक छोटा राज्य होने के बावजूद हमें कड़ी मेहनत कर न्याय की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा उन्हें अपनी टीम के ‘द्रविड़’ की संज्ञा देने पर न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने कहा कि वह प्रतिदिन एक ओपनर के रूप में आकर शाम तक अभेद्य और नॉट ऑउट रहना पसंद करेंगे। उन्होंने सहयोगी न्यायाधीशों तथा बार द्वारा भव्य स्वागत के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

न्यायमूर्ति संजय करोल ने न्यायमूर्ति सूर्य कान्त का मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार सम्भालने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति सूर्य कान्त एक सरल व सहृदय व्यक्ति हैं और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय प्रतिभाशाली व पर्यावरण के प्रति सचेत मुख्य न्यायाधीश पाने पर आज अपने को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा है।  उन्होंने कहा कि न्याय प्रदान करने में उनका अद्वितीय योगदान, युवा अवस्था में पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनना तथा उनका हर क्षेत्र में योगदान, बड़ी उपलब्धियां रही हैं। संवैधानिक मामलों सहित विभिन्न पहलुओं पर फैसलों के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि न्यायालय के बाहर विधिक सेवाएं प्राधिकरण में उन द्वारा दी गई सेवाओं का उद्देश्य सभी तक न्याय की पहुंच के लक्ष्य को प्राप्त करना भी सराहनीय रहा है।

महाधिवक्ता अशोक शर्मा, हि.प्र. बार परिषद क अध्यक्ष रमाकान्त शर्मा, हि.प्र. उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव जीवन तथा भारत के अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल राजेश शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और न्यायमूर्ति सूर्य कान्त का हार्दिक अभिनन्दन किया। फुल कोर्ट स्वागत सम्बोधन से पूर्व उच्च न्यायालय परिसर में मुख्य न्यायाधीश को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

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