- पानी वितरण के लिए तय समय सारणी का कड़ाई से पालन करने के निर्देश
- मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जलापूर्ति की समीक्षा की
- रिज स्थित वाटर एटीएम 24 घण्टे रहेगा चालू
शिमला: आज नगर निगम शिमला को 23.50 एमएलडी पानी प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, निगम को एक एमएलडी पानी घंडल से भी प्राप्त हुआ है। इस प्रकार निगम को आज कुल 24.50 एमएलडी पानी प्राप्त हुआ। जिसका वितरण गत दिवस जारी की गई समय-सारिणी के अनुसार कसुम्पटी, पंथाघाटी, छोटा शिमला, विकासनगर, पटियोग, खलीनी, कांगनाधार व न्यू शिमला में किया गया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज दूसरे दिन भी चम्बा से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शिमला शहर के लिए जलापूर्ति की समीक्षा बैठक की। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को शिमला शहर की जलापूर्ति की स्थिति तथा वितरण के बारे में अवगत करवाया। अधिकारियों ने बताया कि आज नगर निगम शिमला को 23.50 एमएलडी पानी प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, निगम को एक एमएलडी पानी घंडल से भी प्राप्त हुआ है। इस प्रकार निगम को आज कुल 24.50 एमएलडी पानी प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि शुक्रवार को पानी का वितरण भराड़ी, रूलदूभट्टा, कैथू, अनाडेल, समरहिल, टुटू, मज्याठ, बालूगंज, कच्ची घाटी, टुटीकण्डी, कनलोग, नाभा तथा फागली में किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि आज नगर निगम शिमला के विभिन्न क्षेत्रों को टैंकरों के माध्यम से भी 1.70 लाख लीटर पानी का वितरण किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि समय सारणी के अनुसार पानी का वितरण किया गया, परन्तु जिन क्षेत्रों में किसी कारण कम पानी पहुंच पाया वहां आज टैंकरों के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाया गया।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि टैंकरों पर पम्प स्थापित किए जाए व लम्बी फलैक्सीवल पाईपों के माध्यम से लोगों को पानी पहुंचाया जाए। उन्होंने चिन्हित स्थानों पर हैण्डपम्प स्थापित करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तय समय सारणी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित बनाया जाए। समय सारणी के अनुसार जिन क्षेत्रों में आज किन्ही कारणों से कम पानी पहुंच पाया वहां टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जाए। मुख्य सचिव विनीत चौधरी ने निर्देश दिए कि रिज स्थित वाटर एटीएम को 24 घण्टे चालू रखा जाए ताकि शहरवासियों सहित पर्यटकों को इसका लाभ प्राप्त हो सके।