- जनता का प्रकृति से जुड़ाव” – विषय पर एसजेवीएन में विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन
- कर्मचारियों के लिए एक नारा लेखन प्रतियोगिता की गई आयोजित
- ऐसे आयोजनों से स्कूल और कॉलेजों के युवाओं को संबद्ध करके हमारी पृथ्वी मां को बचाने में मिलेगी और ज्यादा मदद : बिन्द्रा
- हमें स्वच्छ एवं स्वस्थ्य पर्यावरण के महत्व की अवश्य ही कदर करनी चाहिए : नंद लाल शर्मा
शिमला : एसजेवीएन ने आज अपने कारपोरेट कार्यालय, शनान में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है तथा यह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वैश्विक जागरूकता तथा कार्यवाही के प्रसार हेतु संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख माध्यम है। विश्व पर्यावरण दिवस 2017 के लिए विषय है- ”जनता का प्रकृति से जुड़ाव” तथा हमसे यह सोचने का आग्रह कि कैसे हम प्रकृति के अंग है, कैसे हम इस पर पूर्णतः निर्भर है और आने वाली पीढि़यों के लिए पृथ्वी को बचाने की नितांत आवश्यकता है।
एक दिवसीय आयोजनों की शुरूआत एसजेवीएन के निदेशक (वित्त) ए.एस.बिन्द्रा, निदेशक (कार्मिक) नन्द लाल शर्मा, निदेशक (विद्युत) आर.के.बंसल, निदेशक (सिविल) कंवर सिंह तथा एसजेवीएन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कारपोरेट कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण से हुई। इस मौके पर निदेशक (वित्त) ने कहा कि ऐसे आयोजनों से जरूरी जागरुकता फैलाने में काफी मदद मिलती है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे आयोजनों से स्कूल और कॉलेजों के युवाओं को संबद्ध करके हमारी पृथ्वी मां को बचाने में और ज्यादा मदद मिलेगी।
इससे पहले ”जनता का प्रकृति से जुड़ाव” विषय पर कर्मचारियों के लिए आयोजित एक नारा लेखन प्रतियोगिता में कर्मचारियों की तरफ से काफी जोश देखा गया। कर्मचारियों द्वारा दी गई प्रविष्टियों में से चार प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर बोलते हुए निदेशक (कार्मिक) नंद लाल शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि एक राष्ट्र के रूप में भारत प्रकृति के संरक्षण एवं अभिरक्षणार्थ अनादिकाल से समर्पित रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हमें स्वच्छ एवं स्वस्थ्य पर्यावरण के महत्व की अवश्य ही कदर करनी चाहिए और हमारी आने वाली पीढि़यों के लिए इसको बचाने के प्रयास करने चाहिए।
समारोह का समापन ”वैश्विक पर्यावरणीय मुद्दे और चुनौतियां” विषय पर एक प्रस्तुति तथा एसजेवीएन के कर्मचारियों के लिए प्रश्न-मंच प्रतियोगिता के साथ हुआ।