- नवीन मीडिया के बेहतर एवं प्रभावी उपयोग पर बल
- जन सम्पर्क अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित
- वर्तमान सरकार के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभाग आगामी माह चलाएगा एक विशेष प्रचार अभियान
- अभियान का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा चलाए गए कार्यक्रमों का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना
- अधिकारियों को विभिन्न लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए
- राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से निचले स्तर तक पहुंचाने के लिए सभी जिलों में मल्टी-मीडिया वाहन करवाए जाएंगे उपलब्ध
- आर.एस. नेगी ने दी अधिकारियों को राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के सम्बन्ध में उपयुक्त फीडबैक उपलब्ध करवाने के लिए सलाह
शिमला: सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक आर.एस. नेगी ने विभागीय अधिकारियों से राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को सही परिप्रेक्ष्य में आम जनमानस तक पहुंचाने में अग्रसक्रिय दृष्टिकोण अपनाने को कहा। वह आज यहां सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जिला लोक सम्पर्क अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
नेगी ने कहा कि वर्तमान सरकार के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभाग आगामी माह एक विशेष प्रचार अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा चलाए गए कार्यक्रमों का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को विभिन्न लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि वे अपनी जिम्मेवारियों का अच्छे तरीके से निर्वहन कर सकें। उन्होंने प्रभावी जन सम्पर्क के लिए विश्लेषण एवं सूझबूझ पर आधारित जानकारी, जो संस्थान के प्रति लोगों के रवैये को प्रभावित करती हैं, की आवश्यकता पर बल दिया। बेहतर सूचना प्रबन्धन एवं जन सम्पर्क के लिए सोशल मीडिया के प्रभाव की आवश्यकता पर बल देते हुए नेगी ने कहा कि जन सम्पर्क अधिकारियों को मीडिया के बदलते तौर तरीकों के साथ चलने के लिए आधुनिक संचार कौशल के साथ अपने आप को अद्यतन बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में मीडिया में तेजी से हो रहे बदलाव के चलते नवीन मीडया के बेहतर एवं प्रभावी उपयोग पर अधिक से अधिक बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों तथा अन्य फील्ड कर्मियों को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है ताकि वे अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन प्रभावी ढंग से करने में सक्षम हो। उन्होंने अधिकारियों से अग्रसक्रिय एवं व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया ताकि इस प्रचार अभियान को सफल बनाया जा सके।
निदेशक ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से निचले स्तर तक पहुंचाने के लिए सभी जिलों में मल्टी-मीडिया वाहन उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन मल्टीमीडिया वाहनों को ध्वनि प्रसार यंत्र, एलडीईटीवी, प्रचार सामग्री इत्यादि से सुसज्जित किया जाएगा। उन्होंने जिला अधिकारियों को प्रचार वाहन के प्रस्तावित रूट के लिए रोडमैप तैयार करने को कहा ताकि इसका अधिक से अधिक प्रभाव सुनिश्चित बनाया जा सके।
नेगी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाए गए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए जिला अधिकारियों को संबंधित जिलों में मंत्रियों अथवा जन प्रतिनिधियों की नियमित प्रेस वार्ताएं आयोजित करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने सम्बन्धित जिलों में सफलता की कहानियों का पता लगाकर इनका समाचार पत्रों तथा इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार व प्रसार करना चाहिए। समाचार पत्रों में उपयुक्त स्पेस प्रबन्धन पर बल देते हुए नेगी ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों को नियमित तौर पर समाचारों तथा मीडिया में आने वाले विचारों पर निगरानी रखनी चाहिए और मीडिया की मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त सकारात्मक लेख उपलब्ध करवाने चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के सम्बन्ध में उपयुक्त फीडबैक उपलब्ध करवाने के लिए सलाह दी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल सरकार एवं आम जनमानस के मध्य बेहतर ताल-मेल स्थापित करने में मदद मिलेगी, बल्कि सरकार को उचित कदम उठाने में भी मददगार होगी। उन्होंने कहा कि सरकार की विभिन्न नीतियों एवं निर्णयों के सम्बन्ध में आम जनमानस के दृष्टिकोण एवं विचारों को बदलने में जन सम्पर्क अधिकारियों की अहम् भूमिका है।
नेगी ने कहा कि सभी प्रकार के आधुनिक मीडिया के पर्याप्त उपयोग के साथ-साथ विभाग को पारम्परिक लोक मीडिया दलों का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग की गीत एवं नाटय इकाइयों को सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए राज्य के दूरदराज एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों को बेहतर जन सम्पर्क के लिए पत्रकारों के साथ व्यावसायिक एवं निजी सम्बन्ध स्थापित करने चाहिए।