कृषि, बागवानी, पशुपालन, पंचायती राज विभाग और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों को किया जागरूक…
वाटरशेड योजना के तहत उदयपुर पंचायत के सलपट गांव में लगाए गए 11323 सेब के पौधों का लोकार्पण भी किया और सेब का पौधा किया रोपित
केलांग: .कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) द्वारा किसानों के लिए एकदिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन उदयपुर पंचायत घर में किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त लाहौल स्पीति किरण भड़ाना ने की।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि आत्मा जो कि कृषि विभाग का अंग है और जिला में कृषि प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रहा है और आत्मा के तहत जिला के लिए 50 लाख के बजट का प्रावधान किया गया है जिसके तहत किसानों के उत्थान के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजित की जा रही है। इसके तहत प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत भी किसानों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में 435.97 हैक्टर भूमी को प्राकृतिक खेती के अंतर्गत लाया गया है व कुल 1785 किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रमाणित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती का आधार देशी गाय है और विभाग किसानों को देसी गाय की खरीद पर 25 हजार रुपए अधिकतम की अनुदान सहायता राशि प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के माध्यम से उत्पन्न हुए अनाज के प्रयोग से हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और हमारे बीमार होने की संभावनाएं बहुत कम होती है और हमारा स्वास्थ्य भी बेहतर होता है । उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवाएं और विशेषज्ञों द्वारा बताई गई मात्रा में ही खाद का प्रयोग करें ताकि अच्छी व पौष्टिक तत्वों से भरपूर फसलें आपको प्राप्त हो।
उन्होंने बताया कि कृषि व बागवानी विभाग द्वारा किसानों के उत्थान हेतु संचालित सभी प्रकार की योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं और लोक मित्र केंद्र के माध्यम से योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि आतमा द्वारा जिला के किसानों को कृषि गतिविधियों में सहायता हेतु वर्ष 2020 से अब तक 1240 ड्रमों, 82 किसानों को गौशाला के फर्श को पक्का करने, 9 किसानों को प्राकृतिक खेती घटक बनानें, 32 किसानों को देशी गाय की खरीद के लिए अनुदान प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि किसानों को साईकल हल पर 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है।
कार्यक्रम में कृषि विशेषज्ञों ने किसानों व बागवानों को कृषि सबंधी जानकारी भी प्रदान की और किसानों के प्रशनों का उदाहरण सहित उचित समाधान भी सुझाया।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक आतमा वर्षा गुप्ता ने मुख्य अतिथि को खकत देकर समानित किया और स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से समन्वयक वर्षा ठाकुर ने आम जनता को आपदा के दौरान बचाव संबंधी विभिन्न प्रकार की जानकारियां भी प्रदान की। उन्होंने बताया कि पंचायत लेवल पर वालंटियर ट्रेनिंग हर पंचायत में 15 वॉलिंटियर्स को 3 दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है इसी के साथ भवन निर्माण गतिविधियों में जुटे राजमिस्त्रियों व कार्पेंटर्स को भूकंप रोधी भवन निर्माण प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से आह्वान किया है कि वह इस प्रशिक्षण के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संपर्क करें। इस दौरान बागवानी विभाग पशुपालन विभाग और ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने भी आम जनता को अपने अपने विभागों द्वारा किसानों के लिए संचालित बहुकल्याणकारी और बहुलाभकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की और आम जनता से इन सभी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया ताकि अधिक से अधिक किसान प्रदेश सरकार की इन योजनाओं का लाभ उठाते हुए अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं।
कार्यक्रम में खंड विकास अधिकारी डॉ विवेक गुलरिया ने वाटर शेड महोत्सव के बारे में जानकारी प्रदान की और वाटर शैड कार्यक्रम की भूमिका और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। राजकीय माध्यमिक पाठशाला सलपट की छात्राओं ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के महत्व पर प्रकाश डाला। बाद में उपायुक्त महोदय ने छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम से पूर्व उपायुक्त किरण भड़ाना ने सलपट गांव में वाटरशेड महोत्सव के दौरान इस योजना के तहत सामूहिक रूप से लगाए गए 11323 सेब के पौधों के बगीचों का लोकार्पण किया और इस अवसर पर उन्होंने एक सब का पौधा भी रोपित किया।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक आत्मा डॉक्टर अनूप कतना,जिला कृषि अधिकारी मुंशी राम, उप निदेशक पशुपालन डा. सुदर्शन ठाकुर, पंचायत समिति सदस्य उदयपुर शीला देवी, प्रधान ग्राम पंचायत उदयपुर लक्ष्मण ठाकुर, प्रधान ग्राम पंचायत मडग्रां हीर चंद, उद्यान प्रसार अधिकारी गितेश ठाकुर, सहित कार्यक्रम में उदयपुर क्षेत्र के लगभग 100 किसानों ने भाग लिया ।