कार्यशाला में सी बकथॉर्न आधारित आर्थिक सशक्तिकरण और सतत औद्योगिक विकास पर चर्चा
कार्यशाला में सी बकथॉर्न आधारित आर्थिक सशक्तिकरण और सतत औद्योगिक विकास पर चर्चा
लाहौलस्पीति : उद्योग विभाग ने आज लाहौल स्पीति जिले के काज़ा क्षेत्र में RAMP- UDYAM पंजीकरण, SFURTI, MSE-CDP एवं Greening of MSMEs विषयक जागरूकता कार्यशाला का सफल आयोजन किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देना तथा पर्यावरण के अनुकूल आधुनिक औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में लाहौल स्पीति के विधायक अनुराधा राणा और शिखा सिमतिया, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, लाहौल स्पीति सहित अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों ने उपस्थित लोगों को योजनाओं के बारे में विस्तार से समझाया, साथ ही एक संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने अपने प्रश्न और सुझाव व्यक्त किए।
विधायक अनुराधा ने अपने भाषण में कहा कि सी बकथॉर्न (sea buckthorn) क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण संपदा है, जिसका उचित और वैज्ञानिक उपयोग यहां की अर्थव्यवस्था के लिए रोजगार सृजन एवं आय के स्रोत के रूप में अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि सी बकथॉर्न की उच्च औषधीय गुणों के चलते इसे स्थानीय समुदाय के लिए एक मजबूत पहचान और ब्रांड के रूप में विकसित करना आवश्यक है। ऐसा करने से न केवल स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होगा, बल्कि इस क्षेत्र का सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व भी व्यापक रूप से स्थापित होगा।
इस कार्यशाला में 60 से अधिक लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने विभिन्न योजनाओं जैसे RAMP के अंतर्गत आने वाले MSE-CDP, SFURTI तथा MSMEs के पर्यावरण संबंधित और ऊर्जा संरक्षित कार्यप्रणालियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। विभागीय अधिकारीयों ने MSMEs की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने एवं पारंपरिक कारीगरों के संरक्षण और विकास हेतु चल रही पहलों की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने MSME क्षेत्र की चुनौतियों एवं अवसरों पर भी चर्चा की और नवाचार व संसाधन दक्षता बढ़ाने के सुझाव साझा किए।
उद्योग विभाग का उद्देश्य है कि हिमाचल प्रदेश को सतत औद्योगिक विकास की ओर तेज़ी से अग्रसरित किया जाए ताकि स्थानीय उद्यमियों एवं कारीगरों को व्यापक लाभ मिल सके। उद्योग विभाग ने भविष्य में भी इस प्रकार की जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन जारी रख कर प्रदेश में MSME क्षेत्र को सुदृढ़ करने का संकल्प व्यक्त किया।