हिमाचल: दूध खरीद मूल्य में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ौतरी, 45 हजार किसानों मिलेगा लाभ

बिलासपुर की 101 पंचायतों में गठित होंगी दुग्ध सहकारी समितियां, 25 समितियों का चयन प्रथम चरण में पूरा

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत जिला बिलासपुर में किसानों से दूध एकत्र करने और संग्रहण की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पंचायत स्तर पर दुग्ध सहकारी समितियों (कोऑपरेटिव सोसाइटीज) के गठन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने की।

इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे जिनमें मिल्कफेड मंडी से विवेक ठाकुर, परियोजना अधिकारी डीआरडीए बिलासपुर, जिला पशुपालन अधिकारी बिलासपुर तथा सहकारिता विभाग से सहायक पंजीयक भास्कर विशेष रूप से शामिल रहे।

उपायुक्त ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में यह सामने आया कि बिलासपुर जिला की 101 पंचायतों में प्रतिदिन औसतन 200 लीटर सरप्लस दूध का उत्पादन हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए इन पंचायतों में दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जाएगा। साथ ही, क्लस्टर स्तर पर मिल्क कलेक्शन सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे, जहाँ से दूध को चिलिंग पॉइंट्स तक पहुंचाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 25 पंचायतों का चयन कर लिया गया है, जहाँ सहकारी समितियों के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और शीघ्र ही इन समितियों को आवश्यक लाइसेंस जारी कर दिए जाएंगे।

उपायुक्त ने यह भी जानकारी दी कि सरकार के निर्देशानुसार दूसरे चरण में उन पंचायतों को शामिल किया जाएगा जहाँ प्रतिदिन 100 लीटर से अधिक सरप्लस दूध का उत्पादन होता है। इन पंचायतों में भी सहकारी समितियों के गठन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से दुग्ध उत्पाद निर्माण को बढ़ावा दे रही है। राज्य सहकारी डेयरी उत्पादक समितियों के माध्यम से दूध और दुग्ध उत्पादों की खरीद, प्रसंस्करण और विपणन की संपूर्ण प्रक्रिया को सशक्त किया जाएगा।

किसानों को सहकारी तंत्र से परिचित कराने तथा व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सरकार गुजरात जैसे अग्रणी राज्यों में एक्सपोजर विजिट की व्यवस्था भी कर रही है। उपायुक्त ने कहा कि पशुपालन और डेयरी क्षेत्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि जो भी पंचायत कोऑपरेटिव सोसाइटी के गठन के लिए इच्छुक है, वह पशुपालन विभाग से संपर्क कर आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकती है।

📢 बिलासपुर की 101 पंचायतों में बनेंगी दुग्ध सहकारी समितियां 🐄🥛

हिमाचल सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत जिला बिलासपुर में दूध उत्पादन और संग्रहण को संगठित करने की दिशा में बड़ा कदम। उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि:

✅ पशुपालन विभाग के सर्वे में 101 पंचायतों में 200 लीटर प्रतिदिन सरप्लस दूध उत्पादन दर्ज

✅ प्रथम चरण में 25 पंचायतों का चयन, जल्द जारी होंगे लाइसेंस

✅ द्वितीय चरण में 100 लीटर से अधिक सरप्लस दूध उत्पादन वाली पंचायतें होंगी शामिल

✅ पंचायत स्तर पर गठित होंगी कोऑपरेटिव सोसाइटीज

✅ क्लस्टर स्तर पर मिल्क कलेक्शन सेंटर्स, फिर चिलिंग पॉइंट्स तक पहुँचेगा दूध

✅ गुजरात जैसे राज्यों में किसानों के लिए एक्सपोजर विज़िट की भी योजना

👉 इच्छुक पंचायतें कोऑपरेटिव सोसाइटी गठन के लिए पशुपालन विभाग से संपर्क करें।

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