मण्डी: मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने जानकारी देते हुए बताया कि करसोग को सराज विधानसभा क्षेत्र से जोड़ने वाला करसोग-शंकर देहरा सड़क मार्ग आज शंकर देहरा गांव तक यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। मार्ग के बहाल होने से आपदा प्रभावित क्षेत्रों तक राहत एवं बचाव सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने सड़क बहाली में तत्परता से कार्य करने वाले स्थानीय प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन टीमों के प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
वहीं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि SDRF की एक टीम ने थुनाड़ी गाँव का दौरा किया और हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के हालात का ज़मीनी जायज़ा लिया। टीम ने गाँववासियों से बातचीत की, उनका हालचाल जाना और राहत कार्यों की समीक्षा की।गाँववासियों ने बताaया कि इस आपदा के दौरान किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। यह राहत की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हालात पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं। प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा और ज़रूरत के समय मदद पहुँचना हमारी प्राथमिकता है। हमारी सरकार आपदा प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुँचाने में जुटी है। संकट की घड़ी में सेवा ही हमारा परम धर्म है।
सीएम सुक्खू ने कहा कि जहाँ तक सांसद कंगना रनौत जी और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर जी का प्रश्न है, वे आपसी बातचीत से तय कर लें कि किसे, कब, क्या भूमिका निभानी है – या फिर केवल दिखावे की राजनीति करनी है।
सब जानते हैं कि झूठ बोलना जयराम ठाकुर जी की आदत में शुमार है। आज उपमुख्यमंत्री जी ने बात की है और कल मैंने भी जयराम जी से बात की थी।
हम सराज क्षेत्र में हेलीकॉप्टर की सुविधा तक उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके बावजूद अगर वह झूठ बोल रहे हैं, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सिर्फ़ राजनीतिक रोटियाँ सेंकने के लिए इस तरह की बातें करना ठीक नहीं।
उन्होंने कहा कि इस आपदा में हमें जन-धन की भारी हानि हुई है। स्थानीय प्रशासन और राहत दलों की टीमें युद्ध-स्तर पर बचाव और सहायता कार्यों में जुटी हैं। हम प्रभावित क्षेत्रों में सभी ज़रूरी सुविधाएं तत्परता से पहुँचा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते कल राहतकर्मियों के सहयोग से 92 कॉलेज विद्यार्थियों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर सुरक्षित रूप से उनके परिजनों तक पहुँचाया गया है।
आपदा के संदर्भ में आज मेरी केंद्रीय गृह मंत्री जी से भी बात हुई है। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। केंद्र की एक टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुक़सान का आकलन करने आ रही है।
करसोग में आपदा से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। संकट की इस घड़ी में हमारी पहली प्राथमिकता राहत और ज़रूरी सेवाओं की बहाली है।
स्थानीय प्रशासन, NDRF और SDRF की टीमें लगातार युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं। हर प्रभावित परिवार तक राहत सामग्री, चिकित्सा और अन्य आवश्यक सहायता पहुँचाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राहत सिर्फ़ एक प्रक्रिया नहीं, हमारे लिए यह मानवीय संवेदना और ज़िम्मेदारी का संकल्प है। हमारा प्रयास है कि कोई भी ज़रूरतमंद सहायता से वंचित न रह जाए।
उन्होंने कहा कि बगस्याड़ क्षेत्र के लिए 500 राशन किटें, रसोई गैस सिलेंडर तथा डीज़ल मुहैया करवाए जा रहे हैं। इनमें से 150 किट बगस्याड़ स्थित राहत शिविर के लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांढ़ी से सुराह के लिए 40 राशन किट और 5 तिरपाल वितरित करने के पश्चात 30 और किट भेजने की तैयारी की जा रही है। यह सामग्री शीघ्र ही प्रभावितों तक पहुँच जाएगी। थुनाग क्षेत्र के रैण गलू, पखरैर पंचायत और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में 157 राशन किट वितरित की गई हैं। ज़मीनी स्तर पर कार्यरत हमारी टीमों से निरंतर संवाद के माध्यम से सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रभावितों तक राहत समय पर पहुँचे।