आयुर्वेद से पता की जाएगी शरीर की प्रकृति, वात, पित्त, कफ की होगी जांच
शिमला: भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की ओर से देश की प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया गया है। जिला लाहौल-स्पीति में भी इस अभियान के तहत जनता को स्वास्थ्य लाभ दिए जाएंगे। यह जानकारी उपायुक्त लाहौल स्पीति राहुल कुमार ने आज यहां दी।
उन्होंने बताया कि अभियान तहत आम जनता आसपास के आयुर्वेद स्वास्थ्य केन्द्रों में जाकर अपने आप को पंजीकृत करेंगें और मोबाइल एप्प (Prakruti Parikshan app) के माध्यम से ही उन्हें अपने शरीर की प्रकृति के बारे में पता लगेगा। आम जनता को इस ऐप से जोडा जाएगा व QR कोड के माध्यम से आम लोगों की जानकारी भरी जाएगी फिर उन्हें अपने शरीर और स्वास्थ्य से जुडे कुछ आसान सवालों का जवाव देना होगा। जिसके बाद यह जाना जाएगा कि व्यक्ति वात, पित्त, कफ में से कौन सी प्रकृति में आता है। फिर इन लोगों को उनकी शरीर प्रकृति के अनुसार ही खान-पान और बाकी इलाज़ बताए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला में प्रथम चरण में 500 लोगों को चिन्हित किया जाएगा। उपायुक्त ने जिला की जनता से आग्रह किया है कि इस अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लें।
जिला आयुष अधिकारी ने डा. बनीता शर्मा ने इस अभियान के तहत सबसे पहले उपायुक्त लाहौल स्पीति राहुल कुमार का प्रकृति परीक्षण किया ।
इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय के विभिन्न डाक्टर और सहायक कर्मचारी उपस्थित रहे।