शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गत सायं ऊना जिले के हरोली उत्सव की प्रथम सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ किया और इस अवसर पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में युवाओं का आह्वान किया बेशक वे विश्व के किसी भी भाग में कार्य कर रहे हों, उन्हें अपनी परम्पराएं, संस्कृति एवं रीति-रिवाजों को नहीं भूलना चाहिए और इनका हर कीमत पर संरक्षण किया जाना चाहिए।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब-जब सभ्यताएं अपनी संस्कृति एवं परम्पराओं के संरक्षण एवं संवर्द्धन में असफल रही हैं, इनका पूरी तरह विनाश हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों का जीवन स्थानीय देवी-देवताओं के इर्द-गिर्द घूमता है तथा स्थानीय देवता लोगों के जीवन के अभिन्न हिस्सा हैं और लगभग सभी गतिविधियों में देवी-देवताओं की भागीदारी रहती है। उद्योग, सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा उन्हें सम्मानित किया।