राज्यपाल बोले- इस्तीफा स्वीकार करना अध्यक्ष का अधिकार क्षेत्र

शिमला: हिमाचल प्रदेश के तीन निर्दलीय विधायक होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। लेकिन विधानसभा स्पीकर ने अभी तक तीनों निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। बीते दिन स्पीकर ने तीनों विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और 10 अप्रैल को पेश होने को कहा है।

गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल बोले – तीनों निर्दलियों ने पहले इस्तीफा विधानसभा सचिव को दिया और उसके बाद अध्यक्ष को भी व्यक्तिगत तौर पर मिलकर दिया। जो इस्तीफा अध्यक्ष को दिया गया है, उसकी एक प्रति तीनों निर्दलियों ने मुझे भी दी है। इसलिए ही इसे मैंने स्पीकर को भेजा है और इसमें मध्य प्रदेश और कर्नाटक के मामलों का भी उल्लेख किया है कि वहां पर सुप्रीम कोर्ट से इस तरह के निर्णय आए हैं कि इस्तीफे तुरंत स्वीकार किए जाएं। अगर विधायक व्यक्तिगत तौर पर स्पीकर को इस्तीफे सौंपते हैं तो यह मंजूर किए जाने चाहिए। उनके ध्यान में कोर्ट के फैसले लाए गए हैं। हालांकि, इस विषय पर वह केवल सलाह ही दे सकते हैं। उनका कोई भी संवैधानिक अधिकार नहीं है।

 राज्यपाल ने कहा, ”सचिव को पत्र देने के बाद तीनों विधायक मुझे भी पत्र देने आए थे। मैंने उनके पत्र लेकर विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिए हैं। वे चाहते थे कि मैं हस्तक्षेप करूं, लेकिन इस मामले में राजभवन बिल्कुल हस्तक्षेप नहीं कर सकता। फैसला विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ही लिया जाएगा।

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