सुधीर शर्मा मंच पर हुए भावुक; बोले- सुधीर शर्मा बिकाऊ नहीं है जहां मान-सम्मान नहीं वहां नहीं रहना

सुधीर शर्मा बोले-  मां को पूछकर ही भाजपा में गए हैं; मां ने कहा था कि यह कांग्रेस तेरे पिता वाली कांग्रेस नहीं रही

 धर्मशाला: भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा एक माह बाद धर्मशाला पहुंचे यहाँ अभिनंदन समारोह में भावुक दिखे। जोरावर स्टेडियम में धर्मशाला भाजपा मंडल की ओर कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इस दौरान भावुक होते हुए सुधीर शर्मा ने कहा कि हमारे बारे में बहुत सी बातें कही गईं। मुख्यमंत्री बार-बार यह कहते रहे कि विधायक बिक गए हैं, लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि सुधीर शर्मा बिकाऊ नहीं है। मैंने हमेशा धर्मशाला के विकास की लड़ाई लड़ी है। यही कारण था कि जब राज्यसभा प्रत्याशी के लिए मतदान हुआ तो तो छिपाकर या किसी से डर कर नहीं, बल्कि दिखाकर वोट डाला। जब 34-34 बराबर वोट हुए तो ईश्वर का निर्णय हुआ कि हर्ष महाजन जीतकर राज्यसभा में जाएं।

सुधीर शर्मा ने कहा कि आपको याद होगा इसी जोरावर मैदान में सीएम ने मेरा हाथ झटका था। मेरा कसूर यह था कि मैंने धर्मशाला में बनने वाले केंद्रीय विवि, चैतडू में आईटी पार्क और बेरोजगारों से किया वायदा पूरा करने की आवाज उठाई थी, लेकिन बार-बार मुझे अपमानित किया गया। जहां पर मान-सम्मान न हो, वहां पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए और बड़े से बड़ा पद भी ठुकरा देना चाहिए। सुधीर ने कहा कि उन्होंने सीयू की लड़ाई लड़ी, आईटी पार्क का मुद्दा उठाया, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके।लेकिन बार-बार उन्हें अपमानित किया गया, जहां मान-सम्मान न हो, वहां नहीं रहना चाहिए।कोई अपनी विधायकी नहीं छोड़ता, लेकिन प्रदेश में बदली परिस्थितियों में उन्होंने ऐसा किया।

सुधीर शर्मा ने कहा कि वह अपनी मां को पूछकर ही भाजपा में गए हैं। मेरी मां ने कहा था कि यह कांग्रेस तेरे पिता वाली कांग्रेस नहीं रही। सुधीर ने कहा कि अभी तक 9 विधायक भाजपा में आए हैं और आने को तैयार हैं। भाजपा मंडल द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सीएम पहले दिन से खजाना खाली होने की बात कहते आ रहे हैं। यह सरकार के कैसे मुखिया है, सरकार चलाने के लिए काम करना पड़ता है, पैसों का इंतजाम करना पड़ता है, खजाना खाली होने का राग अलाप कर परिवार और सरकार नहीं चलती।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed