जब एसएमसी शिक्षक नियमित शिक्षक के बराबर कार्य कर रहे हैं, तो इनके वेतन में अंतर क्यों?- बरागटा

नियमितीकरण की मांग को लेकर एसएमसी शिक्षक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं इन शिक्षकों को सेवाएं देते 15-15 साल हो गए हैं

शिमला: भाजपा प्रवक्ता चेतन बरागटा ने कहा परिवार समेत एसएमसी क्रमिक अनशन पर है, लेकिन प्रदेश की बेक गियर सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है।

उन्होंने कहा कि ये शिक्षक लगातार नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं,लेकिन सरकार ने न के बराबर इनका वेतन बढ़ा कर इनके साथ मज़ाक किया है।  दूर -दराज क्षेत्रों के स्कूल एसएमसी शिक्षकों के सहारे ही चल रहे हैं,लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार का इन अध्यापकों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं है। 

चेतन ने कहा कि जब एसएमसी शिक्षक भी नियमित शिक्षक के बराबर कार्य कर रहे हैं, तो इनके वेतन में तीन से चार गुणा का अंतर क्यों?

विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व काँग्रेस के नेता   चीख – चिल्लाकर बोलते थे कि काँग्रेस की सरकार बनते ही एसएमसी शिक्षकों के साथ न्याय करेंगे।

छोटे- छोटे बच्चों को गोद में उठाकर महिला शिक्षिकाएं इस धरना-प्रदर्शन में शामिल होने को मजबूर हैं, प्रदेश काँग्रेस सरकार इस प्रकार एसएमसी शिक्षक के साथ न्याय करेंगे। चेतन बरागटा ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने वादे के मुताबिक एसएमसी शिक्षकों के साथ न्याय कर, इनकी सभी मांगो को पुरा करना चाहिए।

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