मण्डी महाशिवरात्रि मेले को लेकर बैठक आयोजित: मेले में 216 पंजीकृत देवी देवताओं को न्यूंद्रा

देव समाज की समृद्ध परंपराओं से आलोकित होगी छोटी काशी – चन्द्रशेखर

मण्डी महाशिवरात्रि मेले की की पहली जलेब 9 मार्च को ; मध्य जलेब 12 को व तीसरी व अंतिम जलेब 15 मार्च को निकलेगी

मण्डी: महाशिवरात्रि मेले की आम सभा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा मण्डी विधायक चंद्रशेखर ने  कि मेले से छोटी काशी मंडी देव समाज की समृद्ध परंपराओं से आलोकित होगी। मेले में देव आस्था की समृद्ध परंपराओं का सम्यक निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने सबकी भागीदारी से मेले के सफल आयोजन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बहुआयामी चुनौतियों में बहुआयामी संकल्पों के साथ मेले का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसमें देवी देवताओं के आदर सत्कार के साथ ही जन भावनाओं का पूरा सम्मान सुनिश्चित होगा।

विधायक ने इस अवसर पर शिवरात्रि के आयोजन के लिए अपनी ओर से 1.51 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कमेटी के सभी सदस्यों से भी मेले के आयोजन के लिए सक्रिय आर्थिक योगदान की अपील की।

मंडी के संस्कृति सदन में सोमवार को हुई इस बैठक में मेले के आयोजन से जुड़ी विभिन्न उपसमितियों के गैर सरकारी और सरकारी सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव रखे। विधायक ने सभी व्यवहारिक सुझावों को अमलीजामा पहनाने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। बता दें, मंडी महाशिवरात्रि मेले की की पहली जलेब 9 मार्च को निकाली जाएगी। मध्य जलेब 12 को तथा तीसरी व अंतिम जलेब 15 मार्च को निकलेगी। इनमें आकर्षक झांकियां भी सम्मिलित की जाएंगी।

सेरी मंच पर ही होंगी सांस्कृतिक संध्याएं
आम सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शिवरात्रि मेले की सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन पिछले वर्ष की भांति सेरी मंच पर होगा।सांस्कृतिक संध्याएं 9 मार्च से लेकर 14 मार्च तक होंगी। 5 संध्याएं रात्रि 10 बजे तक जबकि एक सांस्कृतिक संध्या रात्रि 12 बजे तक होगी। संध्याओं में आने वाले सम्मानित अतिथियों के बैठने की उपयुक्त व्यवस्था रहेगी। पत्रकार दीर्घा का अलग से प्रबंध होगा। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने पर भी बल दिया गया।
उन्होंने कहा कि मंडी साहित्य और कला की नगरी है। मेले में इन विधाओं को भी समुचित स्थान मिले।
पड्डल में देव स्थान पर होगी मैटिंग
विधायक ने कहा कि शिवरात्रि मेला देवी देवताओं का मेला है। देवी देवता ही मेले की आत्मा हैं। यहां उनके आदर सत्कार के समुचित प्रबंध होंगे। इस बार भी मेले में 216 पंजीकृत देवी देवताओं को न्यूंद्रा दिया गया है। पिछली बार इनमें से 193 देवी देवता मेले में पधारे थे।पड्डल में देवी देवताओं के बैठने के स्थान पर सुंदर मैटिंग की जाएगी। वहीं देवलुओं के लिए समुचित सुविधाओं का प्रबंध रहेगा। विभिन्न संस्थाओं द्वारा मेले के दौरान दोपहर भोज भीमाकाली मन्दिर में आयोजित किया जाएगा।
विधायक ने शिवरात्रि मेले के अलावा भी देव समाज के लिए सुविधाओं के इजाफे पर चर्चा और उनसे जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए निरंतर संवाद पर बल दिया। उन्होंने प्रशासन तथा सर्व देवता कमेटी को साल में दो बार बैठक कर यह संवाद का क्रम चलाने को कहा।
बड़े स्तर पर होगा छिंज का आयोजन
खेलों में निशानेबाजी और साईकल प्रतियोगिता भी होगी शामिल
चंद्रशेखर ने कहा कि इस बार खेल स्पर्धाओं में निशानेबाजी और साइकिल प्रतियोगिता भी शामिल की जाएगी। वहीं छिंज भी इस बार पारंपरिक तौर पर शानदार तरीके से आयोजित होगी। इसके अतिरिक्त हाफ मैराथन, बॉक्सिंग, बास्केटबॉल और वॉलीबॉल समेत अन्य प्रतियोगिताएं होंगी।
मेले में शहर होगा जगमग
मेले के दौरान शहर के सभी देवालयों, ऐतिहासिक भवनों और महत्वपूर्ण स्थलों की विशेष साज सज्जा की जाएगी। ये जगहें रोशनी से जगमग होंगी। इस दौरान शहर की सजावट होगी और तोरण द्वार भी लगाए जाएंगे।
योजनाओं की जानकारी देने को लगेंगी प्रदर्शनियां
मेले के दौरान प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी देने के लिए पड्डल में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। इसमें प्रदेश सरकार के व्यवस्था परिवर्तन के सवा एक साल में किए कार्यों तथा ऐतिहासिक उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा।
मेले में साफ सफाई की होगी पूरी व्यवस्था
मेले में साफ-सफाई की व्यवस्था चाक चौबंद की जाएगी। दुकानदारों को भी इस बारे जागरूक किया जाएगा। जगह- जगह अस्थायी शौचालयों स्थापित होंगे।

उपायुक्त अपूर्व देवगन ने विधायक का आभार जताते हुए आम सभा में आए सभी बिंबंदुओं पर गंभीरता से कार्य करने तथा मिलकर एक टीम की तरह काम करते हुए मेले के सफल आयोजन की प्रतिबद्धता दोहराई। 

वहीं बैठक में गत वर्ष का लेखा जोखा भी प्रस्ततु किया गया। पिछले साल विभिन्न आय स्रोतों से मेला समिति को 3.40 करोड़ की आमदनी हुई थी।

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