बिलासपुर में सरकार और प्रशासन का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण : नंदा

शिमला: भाजपा की मीडिया प्रभारी करण नंदा ने कहा कि जिस प्रकार से बिलासपुर में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के प्रति पुलिस और प्रशासन का रवैया रहा वह अति निंदनीय है। चुने हुए विधायक, जिला परिषद के सदस्य और बीडीसी के सदस्य सभी के ऊपर पुलिस प्रशासन ने लाठियां बरसाई और हिंसक रवैया अपनाया इसकी भारतीय जनता पार्टी कड़ी निंदा करती है।

उन्होंने कहा अगर कोई जन प्रतिनिधि और जनता अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाने का प्रयास कर रहे है, लंबे समय से धरने पर बैठे है तो उनकी आवाज को दबाना नहीं चाहिए अपितु सुनना चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता रणधीर शर्मा जो की नैना देवी से विधायक भी है इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे और जनता की आवाज प्रशासन तक पहुंचने का प्रयास कर रहे थे पर प्रशासन सुनने को तैयार ही नहीं था। सरकार का यह कड़ा रुख ठीक नहीं है, पूरा हिमाचल प्रदेश आज इस मुद्दे को लेकर सरकार की निंदा कर रहा है।

उन्होंने कहा की बिलासपुर-सोलन सीमा पर स्थित त्रिवेणी घाट में अली खड्ड पर बन रही कीकर-नवगांव पेयजल योजना का निर्माण अब बिलासपुर के लोगों के लिए जीने और मरने का सवाल बन गया है। इस दर्द को सरकार को समझना चाहिए। हिंसा के बाद से प्रशासन मामले को लेकर गंभीर है। बिलासपुर के लोग इस योजना के निर्माण का विरोध लगातार कर रहे हैं। 

अली खड्ड पर पहले से ही कई पेयजल और सिंचाई की योजनाएं चल रही हैं। इस कारण खड्ड का जल स्तर कम हो गया है। वहीं अब निर्माणाधीन योजना के लिए हर दिन 10 लाख लीटर पानी उठाने से खड्ड सूख जाएगी। लेकिन 20 दिन के आंदोलन के बाद भी जनता की सुनवाई नहीं की गई। हालात तो तब बिगड़ गए जब दो महापंचायत होने और बिलासपुर से संबंधित कांग्रेस व भाजपा के नेताओं के विरोध के बाद भी इस योजना के निर्माण को नहीं रोका गया।

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