- एसजेवीएन को इण्डिया हेबिटेट सेंटर नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह के दौरान दिया गया अवार्ड
- ये सम्मान एसजेवीएन को उसके निगम सामाजिक दायित्व के तहत अभूतपूर्व योगदान व अभिनव कार्यों के लिए किए गए प्रदान
- एसजेवीएन द्वारा पिछले पांच वर्ष के दौरान 2000 से अधिक विभिन्न परियोजना क्षेत्रों के स्थानीय युवाओं को किया गया है प्रशिक्षित : एन.एल. शर्मा
- : स्वास्थ्य क्षेत्र में एसजेवीएन की हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड महाराष्ट्र तथा बिहार में चल रही हैं 12 मोबाइल हेल्थ वेन
- : मोबाइल हेल्थ वेन से तीन लाख से अधिक मरीज हो रहे लाभांवित
- : एसजेवीएन ने अपने परियोजना क्षेत्र के दूरगामी इलाकों में 100 से अधिक विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए
- : एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश, बिहार, अरूणाचल प्रदेश तथा उत्तराखण्ड राज्यों में लगभग 23 करोड़ की अनुमानित लागत से 2421 शौचालयों का किया निर्माण
शिमला: सतलुज जलविद्युत निगम (एसजेवीएन) को सामाजिक विकास एवं प्रभाव के लिए अचीवमेंट अवार्ड तथा पार्टनर्स इन प्रोग्रेस के वर्ग में आठवें सीआइडीसी विश्वकर्मा अवार्ड से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली में आयोजित एक पुरस्कार समारोह के दौरान निदेशक (कार्मिक) एन.एल. शर्मा, तथा अपर महाप्रबंधक (सीएसआर) डी.पी. कौशल ने अवार्ड प्राप्त किए। ये सम्मान एसजेवीएन को उसके निगम सामाजिक दायित्व के तहत स्वास्थ्य व स्वच्छता, शिक्षा व कौशल विकास आधारभूत संरचनात्मक विकास तथा स्थाई विकास के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व योगदान व अभिनव कार्यों के लिए प्रदान किए गए हैं।
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में एसजेवीएन की चल रही हैं 12 मोबाइल हेल्थ वेन : एन.एल. शर्मा
इस अवसर पर निदेशक (कार्मिक) एन.एल. शर्मा ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि एसजेवीएन द्वारा पिछले 5 वर्षों के दौरान 2000 से अधिक विभिन्न परियोजना क्षेत्रों के स्थानीय युवाओं को व्यवसायिक कौशल जैसे वेल्डर इलेक्ट्रीशियन साइट अकांउटेंट कटिंग एवं टेलरिंग हॉस्पीटेलिटी बेड साइट अटेंडेंट के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में एसजेवीएन की हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र तथा बिहार राज्य में 12 मोबाईल हेल्थ वेन चल रही हैं, जिससे 3 लाख से अधिक मरीज इन हेल्थ वेनों से लाभांवित हुए हैं। इसके अतिरिक्त एसजेवीएन ने अपने परियोजना क्षेत्र के दूरगामी इलाकों में 100 अधिक विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए हैं।
एसजेवीएन सामुदायिक परिसंपतियों के निर्माण जैसे पंचायत घर, महिला मंडल, सामुदायिक भवन व खेलों के मैदान इत्यादि के क्षेत्र में भी सक्रिय है तथा पिछले पांच सालों में 200 से अधिक परिसंपतियों का निर्माण उसके द्वारा किया है। भारत के प्रधानमंत्री के स्वच्छ विद्यालय अभियान के स्वप्न को साकार करने के लिए एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश, बिहार, अरूणाचल प्रदेश तथा उत्तराखण्ड राज्यों में लगभग 23 करोड़ की अनुमानित लागत से 2421 शौचालयों का निर्माण किया है। शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन के भारत के सबसे बड़े भूमिगत हाइड्रो पावर स्टेशन एनजेएचपीएस में कार्यरत चार कर्मचारियों विजय कुमार, कनिष्ठ अभियंता (तकनीकी), तकनीशियन (फि़टर), भगवान दास तकनीशियन (टर्नर), राजेश कुमार (वेल्डर) को आर्टिशियन एंड सुपरवाइजर्स के अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है। जलविद्युत एसजेवीएन की मूलभूत शक्ति का आधार हैI कंपनी हिमाचल प्रदेश में भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के जलविद्युत स्टेशन का शानदार निष्पादन कर रही है I इसके अलावा कंपनी नेपाल, भूटान, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार एवं गुजरात में 12 अन्य परियोजनाओं का निर्माण कर रही हैI कंपनी की अन्य दो परियोजनाएं यानि हिमाचल प्रदेश में 412 मेगावाट की रामपुर जलविद्युत परियोजना तथा महाराष्ट्र में 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना पहले से प्रचालनाधीन हैं। एसजेवीएन पहले ही पवन विद्युत, ताप विद्युत तथा विद्युत पारेषण में विविधीकरण कर चुका है और वर्तमान में 2000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है।