आगमन हॉल, फेरी परियोजना और कैफे निर्माण की दिशा में ठोस कदम
बिलासपुर: उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार की अध्यक्षता में मंदिर ट्रस्ट श्री नैना देवी जी के निर्माण कार्यों और आगामी प्रस्तावित योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अध्यक्ष मंदिर ट्रस्ट श्री नैना देवी जी धर्मपाल, सहायक नियंत्रक (वित्त एवं लेखा) मनीष सरीन, मंदिर अधिकारी संजीव प्रभाकर तथा सहायक अभियंता प्रमेचंद शर्मा उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने बताया कि श्री नैना देवी जी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केंद्र स्थापित किया गया है। इसके अंतर्गत पंजाब सीमा (टोबा) से लेकर मंदिर परिसर तक लगभग 150 कैमरे लगाए गए हैं, जिससे संपूर्ण मार्ग पर निगरानी सुदृढ़ हुई है।
उन्होंने बताया कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए लगभग 1500 से 2000 श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधा हेतु एक विशाल आगमन हॉल का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त मातृआंचल एवं मातृशरण भवनों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग की व्यवस्था भी की गई है। बस अड्डा के समीप पुलिस यातायात नियंत्रण कक्ष की स्थापना से ट्रैफिक व्यवस्था और भी सुचारू हुई है, जिससे पर्वों एवं त्योहारों के दौरान भीड़ प्रबंधन में आसानी होगी।
भविष्य की परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण और अग्रभाग प्रकाश व्यवस्था कार्य के पहले चरण के टेंडर जारी किए जा चुके हैं, जबकि दूसरे चरण की स्वीकृति प्रक्रिया प्रगति पर है। मंदिर क्षेत्र के चौड़ीकरण के तहत आधुनिक काउंटर कक्ष और आरती हॉल के निर्माण का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़े कृपाली कुण्ड का जीर्णोद्धार किया जाएगा, जिसमें नई मूर्तियों की स्थापना और प्रकाश व्यवस्था का आधुनिकीकरण किया जाएगा। कौला वाला टोबा क्षेत्र में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग स्नानघर बनाए जाएंगे। इसके अलावा गुफा के समीप स्थित स्टेडियम का पुनर्विकास किया जाएगा ताकि धार्मिक आयोजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सुविधाजनक रूप से हो सके।
पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंदिर ट्रस्ट द्वारा चयनित भूमि पर पर्यटन विभाग द्वारा कैफे निर्माण का कार्य शीघ्र आरंभ किया जाएगा। वहीं, स्वयं सहायता समूहों को स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए एक दुकान भी उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रोत्साहन मिलेगा।
धार्मिक पर्यटन को सुदृढ़ बनाने और श्रद्धालुओं को उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों पर लगभग 100 करोड़ रूपए व्यय किए जा रहे हैं। इन कार्यों में सड़कों का सुधार, शौचालयों एवं वॉशरूम का निर्माण, श्रद्धालु आवास भवन का निर्माण, और मंदिर मार्ग के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ सुविधाजनक पहुँच सुनिश्चित करना शामिल है।
इसके अतिरिक्त श्री नैना देवी जी और बाबा बालकनाथ मंदिर शाहतलाई) के बीच गोविंद सागर झील पर केबल फेरी परियोजना की स्थापना की जाएगी, जिससे दोनों धार्मिक स्थलों के बीच संपर्क और भी सुगम होगा। यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा को बढ़ाएगी, बल्कि बिलासपुर जिले में धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन को भी नई दिशा प्रदान करेगी।
आयुक्त एवं उपायुक्त बिलासपुर ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि सभी प्रस्तावित निर्माण कार्यों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किया जाए ताकि आने वाले समय में श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुविधाजनक और उत्कृष्ट अनुभव प्राप्त हो सके।