KCC का ब्याज माफ़ करने में केंद्र असमर्थ, किसान कांग्रेस ने फिर किया केंद्र से आग्रह – रविन्द्र सिंह

शिमला:   हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कवंर रविन्द्र सिंह ने प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों किसान कांग्रेस ने जो पत्र, हिमाचल के किसानों को KCC में ब्याज माफी को लेकर प्रधानमंत्री को भेजा था, उसका जवाब आ गया है। ई समाधान के तहत इस पत्र को शिकायत के रूप में दर्ज किया गया और इसका निपटारा ये लिखकर किया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय इस विषय पर कोई भी निर्णय लेने में सक्षम नहीं है। इसलिए इस पत्र के आधार पर हिमाचल के किसानों को कोई ब्याज माफी पर निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय नहीं ले सकता। किसान कांग्रेस प्रधानमंत्री से एक साल की ब्याज माफ़ी KCC पर किसानों को मिले, इसके लिए पुन: आग्रह करती है। प्रदेश में जो हालात बरसात के कारण बने, जितना नुकसान उन्हें उठाना पड़ा उसके मद्देनजर उनका एक साल का ब्याज KCC ये माफ हो, इसके लिए आग्रह करती है।

कवंर रविन्द्र सिंह ने बताया की लाहुल और स्पीती के किसानों की फल एंव सब्जी अब मंडियों में पहुंचने लगी है। इसके लिए उन्होंने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह  का धन्यवाद किया है। किसान कांग्रेस ने सचिवालय में उन्हें एक पत्र देकर ये अवगत करवाया था कि वहाँ के सभी सड़कें बंद है, और आग्रह किया था कि कांडी-कोटाला सड़क को जल्द बहाल किया जाये, क्योंकि उनकी फल एवं सब्जियाँ सड़ रही हैं। लोक निर्माण मंत्री ने इसका संज्ञान लिया और सड़कों को युद्धस्तर पर खोला। इसके लिए हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस उनका धन्यवाद करती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस की काँगड़ा जिला की बैठक 13 सितम्बर  को जिला अध्यक्ष सुरेश पठानिया के नेतृत्व में गगल किसान भवन में होनी तय हुई है। जिसमें जिला कांगड़ा के किसानों और बागवानों की समस्याओं पर विचार विमर्श होगा। कुछ आढ़ती बागवानों की फसल खरीद कर पैसों का भुगतान सही समय पर नहीं कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस उन आढ़ती भाइ‌यों से निवेदन करती है कि वे बागवानों को उनके माल के पेमेंट जल्द से जल्द करे। अनाम फ्रूट कम्पनी सैंज पराला नंबर 15, ने बहुत से बागवानों को अभी तक पेमेंट का भुगतान नहीं किया है, जिससे बागवान परेशान है। अड़ानी ने अभी भी सेब के मूल्य बाज़ार की तर्ज पर नहीं रखे हैं। जिससे किसान अपनी फसल अड़ानी को नहीं बेच रहे हैं।

प्रियंका गांधी वाड्रा जी का धन्यवाद करते हुए कंवर रविन्द्र सिंह ने कहा की राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश के बागवानों की बात उठायी उसके लिए हिमाचल प्रदेश के सभी किसान एवं बागवान आभारी हैं। अदानी को अपने रेट मार्केट के हिसाब से बढ़ाने चाहिए।

कुलदीप राठौर के मीडिया में आने के बाद अड़ानी ने रेट बढाए पर वो रेट भी वाजिब नहीं है। रोहडू के एक बागवान, जिन्होंने सड़े हुए सेब नाले में राजनीति से प्रेरित होकर फेंके, इस पर उन्होंने कहा की कारवाही पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के द्वारा हुई है, जो एक वैधानिक संस्था है और CPCB के निरिक्षण एवं परवेक्षण से कार्यवाही करती है। इस पर राजनीती नहीं होनी चाहिए। उस बागवान के साथ हमारी संवेदना है परन्तु यह कार्यवाही सरकार के द्वारा नहीं  हिमाचल प्रदेश पॉल्युशन कंट्रोल के द्वारा, 2013 के राष्ट्रीय हरित अधिनियम के अभिषेक राय vs स्टेट के फैसले के आधार पर की है। पॉल्युशन कन्ट्रोल बोर्ड का गठन केन्द्र के Water (Prevention and crtual of Pallusion) Act 1974 के अतर्गत हुआ है। इसकी कारवाही के नियम निर्धारित है। इसमें प्रदेश सरकार का कोई प्रभाव नहीं है।

उन्होने भाजपा के पूर्व मंत्री के द्वारा इस दिये गये बयान की भी निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा था  की ये किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि ये सभी को विदित है कि कांग्रेस ने इस देश के किसानों के लिए क्या क्या किया है। चाहे वो हरित क्रांति, श्वेत क्रांति हो या किसानों को नवीनतम समर्थन मूल्य, सब्सिडी, फसलों को बीमा, गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को कम दाम दाम पर खाद्व पदार्थ हो या पंच वर्षीय योजनाओं में कृषी को मुख्य तौर पर प्रोतसाहन देना। कांग्रेस ने किसानों के हित के लिए हमेशा कार्य किया है। तीन कानून जिनके कारण सैंकड़ों लोगों  ने अपनी जान गवानी पड़ी, अभी भी  लोग भूले नहीं है। हिमाचल प्रदेश में तो किसानो के विरुद्ध भाजपा सरकार में गोलियों तक चली हैं। इस प्रकार का बयान भाजपा के वरिष्ट नेता को शोभा नहीं देते।

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