रोहडू: दरोटी गांव में भीषण अग्निकांड, नौ मकान जलकर राख
रोहडू: दरोटी गांव में भीषण अग्निकांड, नौ मकान जलकर राख
शिमला : शिमला जिले की टिक्कर तहसील के दरोटी गांव में शनिवार रात भीषण अग्निकांड में नौ मकान जलकर राख हो गए। इससे 21 परिवार बेघर हो गए। शार्ट सर्किट से लगी आग से करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। जिस समय आग लगी, उस समय लोग सो रहे थे। शोर मचते ही सो रहे लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार आग शनिवार रात करीब 11:30 बजे सुरेंद्र रांटा के घर की चौथी मंजिल में लगी। उस दौरान परिवार के सदस्य घर की निचली मंजिल में सो रहे थे। छत के ऊपर से निकल रही आग को गांव के एक युवक ने देखा, तो उसने शोर मचाकर लोगों को जगाया।उसके बाद इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने आग फैलने से पहले ही जल रहे मकानों से लोगों को निकालना शुरू किया। आसपास के घरों से रसोई गैस के सिलिंडरों व गोशालाओं से पशुओं को बाहर निकाल दिया। इस बीच आग पर काबू पाने के प्रयास किए, लेकिन प्रभावित परिवारों के लोगों के तन के कपड़ों के अलावा कुछ नहीं बचाया जा सका। लोगों ने स्प्रे कर आधे गांव को बचाने में सफलता हासिल की। आसपास के गांवों से भी लोग पहुंच गए और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। लोगों के प्रयास से आधे गांव को जलने से बचा लिया गया। प्रशासन आग से हुए नुकसान का आकलन करने में जुट गया है। ग्रामीणों ने बताया कि टिक्कर उप दमकल केंद्र घटनास्थल से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन वहां से दमकल वाहन को पहुंचने में दो घंटे का समय लग गया। उससे पहले रोहड़ू से भी दमकल वाहन मौके पर पहुंच चुका था।
शिक्षा मंत्री व उपायुक्त ने रोहड़ू के धरोटी गांव में हुई आगजनी का लिया जायजा, हर संभव सहायता का दिया आश्वासन
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज धरोटी गांव तहसील टिक्कर, उप मंडल रोहड़ू में गत रात हुए भीषण अग्निकांड स्थल का दौरा कर राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि 02 सितम्बरकी रात को हुई इस घटना में 9 कच्चे घर पूरी तरह जलकर राख हो गये, जबकि 5 कच्चे घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
इस दौरान शिक्षा मंत्री ने दुखद घटना पर खेद जताया और कहा कि प्रदेश सरकार संकट की इस घडी में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में 12 परिवार बेघर हो गए हैं और 9 परिवारों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इन विस्थापित परिवारों के लिए रहने की व्यवस्था गांव में ही कर दी गई है। इसके अतिरिक्त, सभी प्रभावित 21 परिवारों को तत्काल राहत के तौर पर 10,000 रुपये प्रति परिवार दिये गये हैं।
आदित्य नेगी ने बताया कि 12 विस्थापित परिवारों को प्रशासन द्वारा बिस्तर, कंबल, बर्तन, रसोई सेट, तरपाल और सूखा राशन आदि सामान प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त, सभी 21 परिवारों को जिला रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से हाइजीन किट, कंबल, तरपाल आदि उपलब्ध कराए गए हैं।
इस दौरान उपमंडल दंडाधिकारी रोहड़ू सनी शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।