शिमला: शिक्षा मंत्री ने दिए-कथोग स्कूल भवन निर्माण का एस्टीमेट तैयार करने के दिए निर्देश

दुर्गम क्षेत्रों में सड़कों के बिना विकास की कल्पना नामुमकिन

हमारी समृद्ध संस्कृति को आगे ले जाने में अहम भूमिका अदा करते हैं मेले एवं त्यौहार – शिक्षा मंत्री

शिमला: शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज ठियोग उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत कथोग में आयोजित प्राचीन ठोडा उत्सव एवं बिशु मेले की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि स्थानीय मेला समिति का यह एक अत्यंत सराहनीय प्रयास है जो प्राचीन खेलों को जीवंत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि ठोड़ा खेल महाभारत से जुड़ा हुआ है और इस तरह के आयोजन समृद्ध इतिहास को आगे ले जाने में अहम भूमिका अदा करते हैं।

प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थी, तो इन मेलों और त्योहारों ने रिश्तेदारों और दूर भौगोलिक स्थानों पर रहने वालों दोस्तों के साथ मुलाकात जैसे सामाजिक सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

उन्होंने कथोग स्कूल भवन निर्माण के लिए विभागीय अधिकारियों को जल्द से जल्द एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एस्टीमेट  पूर्ण होने के तुरंत बाद 20 प्रतिशत की राशि भवन निर्माण के लिए जारी की जाएगी ताकि स्थानीय छात्रों को भवन निर्माण से उसका लाभ प्राप्त हो सके।

उन्होंने कहा कि यहां पर शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के भी हर संभव प्रयास किए जायेंगे। प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग में 6000 से अधिक रिक्त पदों को भरने की अनुमति प्रदान की है जिससे प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा जायेगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में सड़कों के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। सेब सीजन के दृष्टिगत सड़कों के सुधारीकरण पर बल दिया जाएगा ताकि बागवानों को इस दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

उन्होंने संधू-बनोग सड़क के लिए 5 लाख रुपए देने की भी घोषणा की और अतिरिक्त बजट की आवश्यकता पड़ने पर उसे भी उपलब्ध करवाया जाएगा।

उन्होंने प्राथमिक विद्यालय अणु के लिए 2 लाख रुपए तथा कोटि स्कूल के क्षतिग्रस्त भवन के लिए 1 लाख 50 हजार रुपए देने की घोषणा की।

इसके अतिरिक्त शिक्षा मंत्री ने स्थानीय मेला आयोजन समिति के लिए 50 हजार रुपए देने की भी घोषणा की।

स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान बलदेव कंवर ने शिक्षा मंत्री एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया एवं स्थानीय समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा।

कार्यक्रम के उपरांत शिक्षा मंत्री ने स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी तथा संबंधित अधिकारियों को उनका समयबद्ध तरीके से निपटारा करने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

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