ऊना में पकड़ी गई नकली शराब मामले के तार मंडी के जहरीली शराब मामले से जुड़े…
ऊना में पकड़ी गई नकली शराब मामले के तार मंडी के जहरीली शराब मामले से जुड़े…
ऊना : जिला ऊना में पकड़ी गई नकली स्टीकर और होलोग्राम वाली शराब मामले के तार जिला मण्डी के जहरीली शराब मामले से जुड़े हैं। जिला पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि जिले में पकड़ी गई शराब आरोपियों ने जहरीली शराब मामले के मुख्य आरोपी गौरव मिन्हास से खरीदी थी। अब पुलिस कागड़ा जिला के पालमपुर निवासी गौरव मिन्हास की तलाश में जुटी हुई है।
नकली होलोग्राम और स्टीकर के चलते शराब के नकली होने की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस जांच में आने वाले समय में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने मंगलवार को ऊना में पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस थाना सदर की टीम ने बहड़ाला लिंक रोड पर एक गाड़ी से 45 पेटी शराब पकड़ी थी जिस पर नकली लेबल और नकली हॉलोग्राम लगे पाए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने पालमपुर निवासी गौरव मिन्हास का नाम लिया और आरोपियों की निशानदेही पर मैहतपुर स्थित गोदाम पर दबिश देकर 375 पेटी शराब बरामद की गई। इन पेटियों में रखी 4500 बोतलों पर भी फर्जी हॉलोगाम और लेबल लगा पाया गया। एसपी ने बताया कि बोतलों में शराब नकली है या नहीं इसकी जांच एफएसएल से करवाई जाएगी जिसके बाद आगामी कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा। फोरैंसिक टीम ने मैहतपुर के गोदाम की जांच की है जिसमें हॉलोग्राम की जली हुई टेप भी बरामद हुई है। टीम ने यहां से साक्ष्य जुटाए हैं जिन पर जांच की जा रही है।आबकारी विभाग इस शराब के नकली होने की पुष्टि कर चुका है लेकिन अब साथ में ही असली और नकली शराब के बीच का अंतर पता करने के लिए फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं उन्होंने लोगों से शराब का सेवन न करने की अपील की है।
एसपी ने बताया कि नकली होलोग्राम और स्टीकर वाली शराब कहां बनाई गई, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। इन सभी पहलुओं की पुलिस लगातार जांच कर रही है। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के मुताबिक कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।