शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज ‘पंजाब केसरी’ लाला लाजपतराय को उनकी 87वीं पुण्य तिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि लाला जी एक महान राष्ट्रवादी होने के साथ-साथ उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में तेजी लाई और स्वदेशी आन्दोलन को प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाला लाजपतराय ने शांति मार्च का नेतृत्व किया और लाहौर में ब्रिटिश पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज की घोषणा में घायल हुए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि विभाजन के दौरान लालाजी की मूर्ति को लाहौर से लाया गया था और इसकी स्थापना शिमला में सेंट्रल स्कवेयर में की गई। इसके पश्चात्, पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा द्वारा दलाईलामा पर की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि दलाईलामा एक विश्व विख्यात आध्यात्मिक नेता और शांति के अग्रदूत हैं, जो विश्व भर में दया भाव एवं आध्यात्मिक सिंद्धातों के लिए जाने जाते हैं, और हम भाग्यवान है कि वह हिमाचल प्रदेश में रहते हैं।
बहुउद्देशीय ऊर्जा एवं कृषि मंत्री सुजान सिंह पठानिया, नगर निगम शिमला के महापौर संजय चौहान, उप-महापौर टिकेन्द्र पंवर, उपायुक्त दिनेश मल्होत्रा, पार्षदगण और शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।