- प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा कर पाने में असफल साबित: प्रो. धूमल
शिमला : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सताधारियों द्वारा आपराधिक तत्वों को संरक्षण दिए जाने से देवभूमि धीरे-धीरे अपराध भूमि में तबदील होती जा रही है। महिलाओं के प्रति अपराधों में वृद्धि के चलते चारों तरफ दहशत का माहौल है। एक दिन में पांच-पांच बलात्कार की घटनाओं से प्रदेश शर्मसार तो हुआ ही है प्रदेश की छवि भी कलंकित हुई है।
प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा कर पाने में किस कदर असफल साबित हुई है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष महिलाओं के प्रति अपराधों के प्रदेश भर में 886 मामले दर्ज किए गए इसमें अकेले बलात्कार के 283 मामले थे। इस समय अवधि के दौरान हत्या के 130 मामले दर्ज किए गए और एक वर्ष में ही अपहरण के लगभग 860 मामले कानून व्यवस्था के बिगड़ने का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार के तीन वर्षों के कार्यकाल में चोरी की घटनाओं में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। ऐतिहासिक वस्तुओं की चोरी के साथ-साथ प्रदेश के देवालय भी इस दौरान सुरक्षित नहीं रह पाए हैं। अकेले वर्ष 2014 में चोरी डकैती इत्यादि की 1556 घटनाएं प्रदेश भर में दर्ज की गई और इस वर्ष यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। हालात यहां तक बिगड़ चुके हैं कि अब स्वयं मुख्यमंत्री के धर भी चोरों से सुरक्षित नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के बिगड़ने का मुख्य कारण पुलिस प्रशासन का राजनैतिकरण किया जाना है। कांग्रेस नेताओं के हस्ताक्षेप के चलते अब कानून व्यवस्था को बनाए रखने के बजाए अब पुलिस का मुख्य कार्य राजनैतिक विरोधियों की जासूसी, उनके टैलीफोन टेप करने व प्रताड़ित करने के लिए झूठे मुकदमे बनाना भर रह गया है। राजनैतिक शह के चलते अब पुलिस प्रशासन का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पुतले जलाने में कांग्रेस कार्यकार्ताओं का सहयोग करना और मुख्यमंत्री के पुतले जलाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज करना रह गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज प्रदेश में कानून नहीं बल्कि जंगल राज चल रहा है। प्रदेश में बढते अपराधों के प्रति सरकार इतनी संवेदनहीन है जिसका प्रमाण तब मिलता है जब प्रदेश में कोई भी बड़ी अपराधिक घटना होती है तो अपराधियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने के वजाए कोई भी जांच के परिणाम आने से पूर्व ही सरकार द्वारा क्लीन चिट दे दी जाती है। कानून का भय न होने की वजह से प्रदेश भर में ड्रग्स माफिया, वन माफिया, खनन माफिया और चोरी चकारी का धन्धा खूब फल फूल रहा है और प्रदेश के संसाधनों को दोनों से लूटा जा रहा है।












