शिमला: धर्मशाला में 7 और 8 नवम्बर को आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट-2019 की आगामी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि निवेशकों से व्यक्तिगत संपर्क सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि जिन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएं उन्हें जल्द से जल्द कार्यरूप रूप दिया जा सके। उन्होंने सभी विभागों को समझौता ज्ञापन की प्रगति में तेजी लाने के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार अभी तक विभिन्न क्षेत्रों में 566 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर चुकी है, जिनमें 81319 करोड़ रुपये के निवेश क्षमता है और लगभग डेढ़ लाख लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि अधिकांश समझौता ज्ञापन उद्योग, पर्यटन और आवास क्षेत्रों में हस्ताक्षर किए गए जो न केवल राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे, बल्कि उन्हें स्वरोजगार के उपक्रम को अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित करेंगे। जय राम ठाकुर ने सभी विभागों को भावी उद्यमियों की सुविधा के लिए सभी प्रयास करने को कहा ताकि अधिकतम निवेश आकर्षित किए जा सकें। उन्होंने उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को दी जा रही सुविधाओं और प्रोत्साहन के बारे में सूचित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पर्यटन, आवास और उद्योग क्षेत्रों में मुख्यमंत्री के साथ बी 2 जी की बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि इन मेगा क्षेत्रों के उद्यमियों के साथ सीधा संवाद हो सके। बैठक में स्थानीय उद्यमियों को आमंत्रित करने और उनकी विदेशी प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया, ताकि स्थानीय निवेशक भी लाभान्वित हो सकें।
मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया और मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट की सफलता के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं।