एसजेवीएन ने अंतिम लाभांश के रूप में हिमाचल सरकार को किया 68.58 करोड़ रुपए का भुगतान

  • मुख्‍यमंत्री ने दिया विभिन्‍न जलविद्युत परियोजनाओं के समय पर निष्‍पादन में सरकार की पूरी सहायता का आश्‍वासन
  • शर्मा का मुख्‍यमंत्री से चिनाब बेसिन में जलविद्युत के विकास पर विचार करने का अनुरोध

शिमला: एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जय राम ठाकुर को वित्‍तीय वर्ष 2018-19 के लिए अंतिम लाभांश के रूप में 68.58 करोड़ रुपए का चेक भेंट किया। एसजेवीएन लिमिटेड के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नंद लाल शर्मा ने शिमला में चेक भेंट किया। कंपनी ने पहले ही हिमाचल प्रदेश सरकार जिसकी कंपनी में वर्तमान इक्विटी धारिता 26.85% है, को मार्च, 2019 में 158.25 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश अदा कर दिया है।

हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्‍य सचिव, श्रीकांत बाल्‍दी, हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रधान सचिव (एमपीपी एंड पावर), प्रबोध सक्‍सेना की उपस्थिति में चेक भेंट किया गया।  इस अवसर पर निदेशक (वित्‍त) ए.एस.बिन्‍द्रा, निदेशक (कार्मिक) गीता कपूर, निदेशक (सिविल) एस.पी. बंसल, मुख्‍य महाप्रबंधक (वित्‍त) ए.के.सिंह तथा एसजेवीएन के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्‍यमंत्री को चेक भेंट करते हुए नंद लाल शर्मा ने उन्‍हें अवगत कराया कि एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश सरकार को आज की तारीख तक 1055.01 करोड़ रुपए के निवेश पर कुल 1711.88 करोड़ रुपए का लाभांश अदा किया है।  वर्तमान में भारत सरकार के पास कंपनी की 61.05% शेयरधारिता है जबकि हिमाचल प्रदेश सरकार के पास 26.85% शेयरधारिता तथा पब्लिक के पास 12.10% शेयरधारिता है।

मुख्‍यमंत्री के साथ अपनी बैठक के दौरान नंद लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन की मूल शक्ति का आधार जलविद्युत है तथा हिमाचल प्रदेश में परियेाजनाओं को निष्‍पादित करने के अलावा, एसजेवीएन नेपाल, भूटान, बिहार तथा उत्‍तराखंड में परियोजनाएं निष्‍पादित कर रहा है।

शर्मा ने मुख्‍यमंत्री से तीव्र और लागत प्रभावी दृष्टिकोण के लिए एकीकृत नदी बेसिन विकास के रूप में चिनाब बेसिन में जलविद्युत के विकास पर विचार करने का अनुरोध किया। एसजेवीएन के पास ऐसे क्षेत्रों और भू-भाग में कार्य निष्‍पादित करने का वृहद अनुभव है।

मुख्‍यमंत्री ने एसजेवीएन द्वारा हिमाचल प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही विभिन्‍न जलविद्युत परियोजनाओं के समय पर निष्‍पादन में सरकार की पूरी सहायता का आश्‍वासन दिया। जिसमें लूहरी चरण-। एवं चरण-।।, सुन्‍नी बांध, धौलासिद्ध एवं जंगी थोपान पोवारी, पूर्थी एवं बरदंग जलविद्युत परियोजनाएं शामिल हैं।

एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा, विद्युत ट्रांसमिशन तथा ताप विद्युत के क्षेत्र में भी प्रवेश किया है। कंपनी वर्तमान में अपनी परिचालन परियोजनाओं यथा 1500 मेगावाट का नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्‍टेशन, 412 मेगावाट का रामपुर जलविद्युत स्‍टेशन, 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना, 50 मेगावाट की सादला पवन विद्युत परियोजना तथा 5.6 मेगावाट की चारंका सौर विद्युत परियोजना से लगभग 2015.2 मेगावाट विद्युत का उत्‍पादन कर रही है।

एसजेवीएन विद्युत परियोजनाओं के दोहन की प्रक्रिया में है जो विकास के विभिन्‍न चरणों में है। इन परियोजनाओं में 12 जलविद्युत परियोजनाएं तथा एक ताप विद्युत परियोजना शामिल है, जिनके पूरा होने पर 5134 मेगावाट की क्षमतागत वृदि्ध होगी। सन 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट तथा 2040 तक 25000 मेगावाट की स्‍थापित क्षमता प्राप्‍त करने के लिए योजना के एक भाग के रूप में  एसजेवीएन ने महत्‍वाकांक्षी रणनीतियां तैयार की हैं जिसमें विकास के लिए जैविक के साथ–साथ अजैविक प्रणालियां शामिल हैं।

 

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